नई दिल्ली, 11 सितंबर: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) और उनके चीनी समकक्ष वांग यी (Wang Yi) के बीच मॉस्को (Moscow) में हुई बातचीत में भारत ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) के पास चीन द्वारा बड़ी संख्या में बलों और सैन्य उपकरणों की तैनाती पर चिंता जताई. सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वी लद्दाख में चीन की 'पीपल्स लिबरेशन आर्मी' (People's Liberation Army) द्वारा बलों की तैनाती का मामला उठाया. इस दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्री पांच बिंदुओं वाले एक समझौते पर पहुंचे, जो पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध सुलझाने में दोनों देशों का मार्गदर्शन करेगा.
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मॉस्को में बृहस्पतिवार को हुई बैठक ढाई घंटे चली. जयशंकर और वांग शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए रूस की राजधानी में थे.