Paris Olympics 2024: भारतीय खिलाड़ियों ने कहा, हॉकी के दिग्गज हैं श्रीजेश, अगली पीढियों को प्रेरित करेंगे
PR Sreejesh (Photo Credit: X Formerly As Twitter)

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों ने हाल में संन्यास लेने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश को दिग्गज खिलाड़ी करार देते हुए शनिवार को यहां कहा कि वह आने वाली पीढियों को प्रेरित करते रहेंगे.आठ बार के ओलंपिक  चैंपियन भारत ने पेरिस में प्ले-ऑफ मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीता. भारत ने ओलंपिक हॉकी में अपना आखिरी स्वर्ण पदक 1980 में जीता था.

भारतीय फारवर्ड ललित उपाध्याय ने यहां एक सम्मान समारोह के दौरान कहां,‘‘‘श्रीजेश बहुत अच्छे इंसान हैं. वह हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी हैं और भारत उन्हें मजबूत दीवार कहता है. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि उन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेली और देश के लिए अपना योगदान दिया. उन्होंने एक गोलकीपर के रूप में जो मानदंड स्थापित किए वह अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगा.’’ उन्होंने कहा,‘‘ आप लोगों ने हॉकी को जो जबरदस्त समर्थन दिया है उसके लिए हम सभी आपका आभार व्यक्त करते हैं. हॉकी अब भी लोगों के दिलों में रची बसी है. वह इस खेल से प्यार करते हैं और अपना समर्थन बनाए रखते हैं. ’’ यह भी पढ़ें: Paris Olympics 2024: भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों से मिले खेल मंत्री मनसुख मांडविया, दी शुभकामनाएं

ललित ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह की भी प्रशंसा की जिन्होंने टूर्नामेंट में सर्वाधिक 10 गोल किये।

उन्होंने कहा, ‘‘देश ने उन्हें (हरमनप्रीत) को एक नया उपनाम (सरपंच) दिया है. मुझे खुशी है कि देश ने उन्हें यह उपनाम दिया. उन्होंने कप्तान के रूप में अपना जज्बा दिखाया और टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बने. यह बड़ी उपलब्धि है.’’डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह ने श्रीजेश को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा,‘‘मुझे श्रीजेश के बारे में कुछ भी कहने की ज़रूरत नहीं है, पूरा देश उनकी प्रशंसा करता है. वे सभी उन्हें दीवार कहते हैं. वह एक महान खिलाड़ी है.

मैंने उनके साथ हॉकी खेलने का पूरा लुत्फ उठाया. मैं चाहता हूं कि वह आगे ही हॉकी से जुड़े रहें और इस खेल को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे.’’ जरमनप्रीत ने कप्तान हरमनप्रीत के प्रयासों की भी सराहना की. उन्होंने कहा,‘‘हरमनप्रीत टीम की गोल मशीन हैं और हमें उनसे बहुत मदद मिलती है, वह सरपंच हैं. जहां तक मेरा अपना सवाल है तो यह मेरा पहला ओलंपिक था और मैंने इसका भरपूर आनंद लिया. मेरा लक्ष्य टीम और देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना था.’’

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