दुबई, आठ जून संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में 28 साल के भारतीय इंजीनियर की नींद में ही मौत हो गई। उन्होंने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान यूएई से वापस देश जाने के लिए भारत के उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करने के लिए अपनी पत्नी की मदद की थी। उन्होंने करीब एक महीने पहले अपनी पत्नी को भारत भेज दिया था।
गल्फ न्यूज को मृत व्यक्ति के दोस्तों ने बताया कि केरल के रहने वाले नितिन चंद्रन का उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारी का इलाज चल रहा था और शक है कि उन्हें सोते हुए दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई।
चंद्रन और उनकी 27 साल की पत्नी अतिरा गीता श्रीधरन तब खबरों में आए थे जब श्रीधरन ने कोरोना वायरस के कारण भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर लगाए प्रतिबंध के बीच भारत के उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर जल्दी वतन लौटने में मदद की मांग की थी, क्योंकि वह गर्भवती हैं और उनका जुलाई के पहले हफ्ते में प्रसव होना है।
चंद्रन ने सात मई को वंदे भारत मिशन के तहत पहले ही दिन अपनी पत्नी को दुबई से भारत भेज दिया था और खुद यहीं रुके रहे।
यह भी पढ़े | न्यूजीलैंड में COVD-19 का अंतिम मरीज भी स्वस्थ, देश में संक्रमण का कोई नया मामला नहीं.
मृतक के दोस्त बिपिन जैकब ने बताया कि उन्हें चंद्रन की मौत की खबर प्रवीण से मिली। श्रीधरन के भारत लौट जाने के बाद से चंद्रन अकेला रह रहा था तो प्रवीण उनके साथ रहने उनके फ्लैट पर चले गए थे।
बहरहाल, न्यायालय में याचिका दायर करने का वांछित प्रभाव नहीं पड़ा, क्योंकि श्रीधरन को स्वदेश वापसी की पहली उड़ान में दुबई से कोझीकोड तक का टिकट मिल गया था। दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत विपुल ने उन्हें उच्च प्राथमिकता दी थी, क्योंकि वह अपनी गर्भावस्था की वजह से बाद में यात्रा नहीं कर पातीं।
अखबार ने बताया कि शव को चंद्रन के फ्लैट से राशिद अस्पताल ले जाया गया है जहां कोविड-19 की जांच के लिए उनके नमून लिए जाएंगे और फिर शव को पुलिस के मुर्दा घर में भेज दिया जाएगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)