नई दिल्ली. भारत (India) और नेपाल (Nepal) के बीच सीमा को लेकर चल रहे विवाद को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल चीन की बातों में आकर भारत के साथ सीमा को लेकर अलग राग अलापने वाले नेपाल के रवैये में नरमी आ गई है. नए नक्शे में भारत के कई हिस्सों को अपना बताने वाला नेपाल अब बातचीत के लिए तैयार हो गया है. इसी बीच भारत ने नेपाल (Indian Mission in Nepal) से करार करते हुए 7 जिलों के 56 स्कूलों को दोबारा बनाने का मन बना लिया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भारत ने नेपाल के साथ करार किया है. जिसके तहत वह उसके 7 जिलों में 56 उच्च माध्यमिक स्कूलों को दोबारा बनाने जा रहा है. इससे पहले सीमा विवाद के मसले पर नेपाल की तरफ से कहा गया है कि वर्चुअल मीटिंग या आमने-सामने दोनों देशों के विदेश सचिव कालापानी (Kalapani), लिपुलेख (Lipulekh)और लिंपियाधुरा (Limpiyadhura) को लेकर बातचीत कर सकते हैं. यह भी पढ़ें-India-Nepal Border Dispute: नेपाल ने बॉर्डर विवाद के बीच जारी किया देश का नया नक्शा, लिपुलेख-कालापानी और लिंपियाधुरा को बताया अपना हिस्सा
ANI का ट्वीट-
India to rebuild schools in 7 districts of Nepal. An agreement in this regard was signed today, a total of 56 Higher Secondary Schools will be rebuilt as per the agreement: Indian Mission in Nepal pic.twitter.com/qhFVzvMJVr
— ANI (@ANI) June 8, 2020
ज्ञात हो कि नेपाल की मौजूदा केपी शर्मा की सरकार ने इस साल के मई महीने में नए नक्शे को अपनी संसद में पेश किया था. नए नक्शे में नेपाल ने भारत के लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को अपना हिस्सा बताया है.
वहीं नेपाल के इस फैसले से भारत के साथ उसके रिश्तों को लेकर असर जरूर पड़ा है. गृह मंत्री अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि हम किसी का कुछ नहीं लेना चाहते हैं, लेकिन हमारा लेने की कोशिश जो भी करेगा हम उसे मुंह तोड़ जवाब देंगे.