जरुरी जानकारी | भारत में पांच साल में हल्दी उत्पादन को दोगुना कर 20 लाख टन तक पहुंचाने की क्षमता : गोयल

नयी दिल्ली, 14 जनवरी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड निर्यात को बढ़ावा देने और अगले पांच साल में उत्पादन को दोगुना करके लगभग 20 लाख टन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार विकसित करने में मदद करेगा।

बोर्ड का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह नए उत्पादों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा और मूल्यवर्धित हल्दी उत्पादों के लिए देश के पारंपरिक ज्ञान को और विकसित करेगा।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हल्दी को स्वर्णिम मसाला भी कहा जाता है। भारत वैश्विक हल्दी उत्पादन का 70 प्रतिशत उत्पादन करता है... हम पांच साल में उत्पादन को दोगुना करके 20 लाख टन तक पहुंचाने का लक्ष्य कर रहे हैं।’’

सरकार ने अक्टूबर में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन को अधिसूचित किया था।

बोर्ड की स्थापना की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह हल्दी उत्पादन में नवाचार, वैश्विक प्रचार और मूल्यवर्धन के बेहतर अवसर सुनिश्चित करेगा।

गोयल द्वारा ‘एक्स’ पर एक पोस्ट का जवाब देते हुए, मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना विशेष रूप से भारत भर में हमारे मेहनती हल्दी किसानों के लिए बहुत खुशी की बात है। यह हल्दी उत्पादन में नवाचार, वैश्विक प्रचार और मूल्य संवर्धन के बेहतर अवसर सुनिश्चित करेगा। यह आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करेगा, जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ होगा।’’

भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है।

वर्ष 2022-23 में, भारत में 3.24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई, जिसमें 11.61 लाख टन का उत्पादन हुआ।

भारत में 20 से अधिक राज्यों में हल्दी की 30 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं। हल्दी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु हैं।

हल्दी के विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक है।

वित्त वर्ष 2022-23 में 380 से अधिक निर्यातकों द्वारा 20 करोड़ 74.5 जाख डॉलर मूल्य की 1.53 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया।

भारतीय हल्दी के प्रमुख निर्यात बाजार बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), अमेरिका और मलेशिया हैं।

वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, बोर्ड की केंद्रित गतिविधियों के साथ, यह उम्मीद है कि वर्ष 2030 तक हल्दी का निर्यात एक अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।

वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, 22.65 करोड़ डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया।

पल्ले गंगा रेड्डी को बोर्ड के पहले चेयरपर्सन के रूप में नामित किया गया है और इसका मुख्यालय निजामाबाद, तेलंगाना में स्थापित किया गया है।

बोर्ड में चेयरपर्सन के अलावा, आयुष मंत्रालय, फार्मास्युटिकल्स विभाग, कृषि और किसान कल्याण विभाग और वाणिज्य विभाग के प्रतिनिधियों को भी नामित किया गया है।

शीर्ष दो हल्दी उत्पादक राज्यों - महाराष्ट्र और तेलंगाना -तथा मेघालय जो अपनी लाकाडोंग हल्दी के लिए प्रसिद्ध है, के प्रतिनिधि भी बोर्ड का हिस्सा होंगे।

इस कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री बंदी संजय कुमार और निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मपुरी भी उपस्थित थे।

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