नयी दिल्ली, 16 दिसंबर सरकार ने सोमवार को संसद में बताया कि भारत में 1,065 बड़े बांध हैं जो 50 से 100 साल पुराने हैं जबकि 224 बांध ऐसे हैं जो एक सदी से अधिक पुराने हैं।
सरकार के मुताबिक, देश में कुल 6,138 निर्मित और 143 निर्माणाधीन बांध हैं।
राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में जल शक्ति मंत्रालय में राज्यमंत्री राज भूषण चौधरी ने कहा कि सरकार ने पुराने बांधों से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने और बांध की विफलताओं से उत्पन्न होने वाली आपदाओं को रोकने के लिए बांध सुरक्षा अधिनियम, 2021 लागू किया है।
उन्होंने कहा कि बांध, सिंचाई और बिजली उत्पादन उद्देश्यों के अलावा बाढ़ को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा संयुक्त रूप से संकलित बड़े बांधों के राष्ट्रीय रजिस्टर (2023 संस्करण) के अनुसार, 6,138 निर्मित और 143 निर्माणाधीन बांध हैं, जो कुल मिलाकर 6,281 होते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनमें से केवल 224 बांध 100 वर्ष से अधिक पुराने हैं और 1065 बड़े बांध हैं जो 50 से 100 वर्ष पुराने हैं।
चौधरी ने कहा कि सरकार ने बांध सुरक्षा कानून लागू किया है और बांध पुनर्वास एवं सुधार परियोजना (डीआरआईपी) के दूसरे और तीसरे चरण को भी लागू किया जा रहा है जिसका मकसद 19 राज्यों और तीन केंद्रीय एजेंसियों के 736 बांधों का पुनर्वास करना है।
ब्रजेन्द्र
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