रांची, 18 अक्टूबर : झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर लगभग सहमति बन गई है. इसके मुताबिक, भाजपा 68 सीट पर, ‘ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन’ (आजसू) 10, जनता दल (यूनाइटेड) दो और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. शर्मा ने कहा कि सीट बंटवारे की व्यवस्था को लगभग अंतिम रूप दिया जा चुका है, लेकिन भाजपा ‘देखो और प्रतीक्षा करो’ की रणनीति अपना रही है, क्योंकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सहित प्रतिद्वंद्वी दलों ने अभी अपनी योजना का खुलासा नहीं किया है.
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को होंगे. मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. शर्मा ने कहा, ‘‘सीट बंटवारे के समझौते के मुताबिक, झारखंड में भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी 10 सीट पर, जद(यू) दो और लोजपा (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी. यह लगभग तय है.’’ आजसू सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा और मनोहरपुर से चुनाव लड़ेगी. उन्होंने बताया कि जद(यू) जमशेदपुर पश्चिम और तमाड़ से, जबकि लोजपा (रामविलास) चतरा से चुनाव लड़ेगी. शर्मा ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो की मौजूदगी में यह टिप्पणी की. समझौते के अनुसार, भाजपा 68 सीट पर चुनाव लड़ेगी. शर्मा ने कहा कि हालांकि चर्चा जारी है और जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. शर्मा ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ेंगे.’’ यह भी पढ़ें : Maharashtra: कभी कांग्रेस का गढ़ रहे तटीय क्षेत्रों में अब प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के बीच मुकाबला
इस अवसर पर चौहान ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया है कि राजग झारखंड की पहचान बचाने और ‘माटी, बेटी और रोटी’ की रक्षा के लिए संयुक्त रूप से राज्य में चुनाव लड़ेगा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य में ‘कुशासन’ के लिए जिम्मेदार ‘इंडिया’ गठबंधन को उखाड़ फेंका जाएगा. ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दल शामिल हैं. झारखंड में वर्तमान में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार है, जिसके मुखिया हेमंत सोरेन हैं. आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने दावा किया कि झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के शासन के दौरान भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है, जिससे समाज के सभी वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं.