जापान में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान मध्य फरवरी में शुरू हुआ था जो कई समृद्ध देशों से कई महीने बाद शुरू हुआ. लंबी अवधि की क्लिनिकल जांचों और मंजूरी प्रक्रिया के चलते उसका अभियान देर से शुरू हुआ. बुजुर्ग मरीजों को टीका लगना अप्रैल में शुरू हुआ था लेकिन आयातित टीकों की आपूर्ति के अभाव के कारण यह प्रक्रिया धीमी पड़ गई थी. मई के अंत में इसने गति पकड़ी और तब से प्रतिदिन 10 लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है.
आर्थिक मंत्री याशुतोषी निशिमुरा जो कोविड-19 संबंधी उपायों के प्रभारी भी हैं, उन्होंने सरकारी टीवी एनएचके के साप्ताहिक कार्यक्रम में रविवार को कहा कि करीब 60 प्रतिशत आबादी का सितंबर के अंत तक पूर्ण टीकाकरण हो जाएगा जो यूरोप में टीकाकरण के मौजूदा स्तर के बराबर होगा. यह भी पढ़ें : गोवा नदी का पानी माइक्रोप्लास्टिक से दूषित, स्टडी से सामने आई जानकारी
सरकार नवंबर के आस-पास प्रतिबंधों में ढील देने की योजना तैयार कर रही है. यह पूर्ण टीकाकरण करा चुके लोगों और कोविड-19 जांच परिणाम में नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करने वालों को पार्टियों के लिए इकट्ठा होने या सामूहिक कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति देगा.