इस्लामाबाद, 21 नवंबर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की रविवार को विरोध प्रदर्शन करने की योजना है जिसे देखते हुए सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए शुक्रवार से अर्धसैनिक बलों की तैनाती को मंजूरी दी है।
खान फिलहाल जेल में बंद हैं, उनकी पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने पिछले सप्ताह तीन मांगों को लेकर मार्च का आह्वान किया था। पार्टी की तीन मांगे हैं- जेल में बंद पार्टी प्रमुख की रिहाई, आठ फरवरी के चुनावों के दौरान कथित ‘जनादेश की चोरी’ के खिलाफ कार्रवाई और संविधान के हाल के 26वें संशोधन को रद्द करके न्यायपालिका की बहाली।
सरकार ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम की धारा चार और पांच के तहत शुक्रवार से इस्लामाबाद में पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) के जवानों को तैनात करने का फैसला किया है।
बुधवार को गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, जवानों की सही संख्या, उनकी तैनाती और वापसी की तिथि और क्षेत्र ‘संबंधित हितधारकों के साथ परामर्श से तय किया जाएगा।’
इससे पहले इस्लामाबाद पुलिस ने 14 नवंबर को लिखे एक पत्र में रैली से पहले रेंजर्स और एफसी कर्मियों की तैनाती का अनुरोध किया था।
इस बीच पीटीआई के सूचना सचिव शेख वकास अकरम ने पेशावर में पत्रकारों से कहा कि विरोध प्रदर्शन एक मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी इसे हमसे नहीं छीन सकता।’’
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