नयी दिल्ली, 17 जनवरी : उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने राज्य में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की जरूरत पर फिर से जोर देते हुए रविवार को कहा कि अगर पार्टी उन्हें यह जिम्मेदारी देती है तो इसे पूरी तरह निभाएंगे, लेकिन किसी दूसरे का चयन करती है तो भी वह उसका पूरा सहयोग करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया तो भाजपा अपने संगठन और धनबल की बदौलत आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पर भारी पड़ सकती है.
पिछले दिनों 72 वर्षीय रावत ने सार्वजनिक रूप से यह टिप्पणी की थी कि पार्टी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करना चाहिए. इसके बाद वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं के निशाने पर आ गए. इसे कांग्रेस में गुटबाजी के तौर पर भी देखा जा रहा है. उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होना है. यह भी पढ़ें : उत्तराखंड और हिमाचल में ‘डॉप्लर वेदर रडार’ का हुआ उद्घाटन, वेदर फोरकास्ट की मिल सकेगी सही जानकारी
कांग्रेस महासचिव रावत ने ‘पीटीआई-’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘पार्टी के सामने चुनाव में कोई असमंजस नहीं होना चाहिए और जनता के सामने यह स्पष्ट होना चाहिए कि कौन चेहरा है. कांग्रेस के लिए यह जरूरी है क्योंकि भाजपा हर चुनाव को ‘मोदी बनाम कांग्रेस के स्थानीय नेता’ बना देती है. चुनाव को स्थानीय मुद्दों पर लाने के लिए चेहरे की जरूरत है.’’