देश की खबरें | कांग्रेस सत्ता में आई तो जाति जनगणना कराई जाएगी, एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे: राहुल गांधी

बदनावर (मप्र), छह मार्च कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो सबसे पहले जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाएगी।

मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल धार जिले में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि वह नहीं चाहती कि चुनावी बॉण्ड खरीदने वालों के नाम उजागर हों।

पार्टी के एक नेता ने बताया कि यात्रा के कार्यक्रम में बदलाव करते हुए यह बुधवार शाम के बजाय बृहस्पतिवार को राजस्थान में प्रवेश करेगी।

आदिवासी बहुल धार जिले के बदनावर शहर में जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि जाति जनगणना ‘‘हरित क्रांति और श्वेत क्रांति जितना बड़ा’’ एक क्रांतिकारी कदम होगा।

गांधी ने कहा, ‘‘ जाति आधारित जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है। जैसे ही हम केंद्र में सत्ता में आएंगे, हम यह काम करेंगे। दूसरी चीज जो हम करेंगे वह किसानों को एमएसपी प्रदान करने के लिए कानूनी गारंटी प्रदान करना है।’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जाति आधारित जनगणना से देश में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और पिछड़े वर्ग के लोगों की सही संख्या का आकलन होगा।

उन्होंने दावा किया, ''देश में आदिवासी वर्ग (एसटी) की आबादी आठ प्रतिशत है, लेकिन अगर आप शीर्ष उद्योगपतियों और शीर्ष कंपनियों के प्रबंधन की सूची देखें, तो आपको इस आठ प्रतिशत समूह से संबंधित एक भी व्यक्ति नहीं मिलेगा।''

उन्होंने दावा किया, "मीडिया में भी यही स्थिति है। आपको पिछड़े, दलित या एसटी वर्ग से आने वाला एक भी बड़ा पत्रकार नहीं मिलेगा। टीवी एंकरों और मीडिया मालिकों के मामले में भी यही स्थिति है।"

गांधी ने कहा, "पूरे देश का बजट आवंटित करने वाले" शीर्ष 90 आईएएस अधिकारियों में एक भी आदिवासी व्यक्ति नहीं है।

उन्होंने कहा, "इसे सामाजिक अन्याय कहा जाता है, और यह हर संस्थान में हो रहा है।"

उन्होंने कहा, ''देश पर ''तीन से चार प्रतिशत लोगों'' का कब्जा हो गया है और कोई भी इस वर्ग में प्रवेश नहीं कर सकता है।''

उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों की एकमात्र मांग फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी है।

उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार कह रही है कि वे एमएसपी नहीं देंगे। इसने (सरकार ने) 100 उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए, जो 24 साल के मनरेगा बजट के बराबर है। लेकिन वे किसानों का कर्ज माफ नहीं करना चाहते।’’

उन्होंने पिछले साल के विवाद का भी जिक्र किया जहां एक वीडियो में सीधी जिले में भाजपा के एक नेता को एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करते देखा गया था, उन्होंने दावा किया कि यह आदिवासियों के प्रति सत्तारूढ़ दल के रवैये को दर्शाता है।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों को "वनवासी" कहती है, न कि "आदिवासी" क्योंकि वह उन्हें उनकी जमीन, जंगल और जल के हक से उखाड़ना चाहती है।

उन्होंने कहा, "हम आपके लिए काम करना चाहते हैं क्योंकि आप (आदिवासी) लोग हमारे साथ खड़े हैं और हमारा समर्थन करते है। जल, जंगल और जमीन बचाने की आपकी लड़ाई में हम जवाब देंगे और आपके साथ खड़े होंगे।"

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती कि चुनावी बॉण्ड खरीदने वालों के नाम सामने आएं।

खरगे ने दावा किया कि भारतीय स्टेट बैंक उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं करना चाहता, जिन्होंने प्रवर्तन निदेशालय से क्लीन चिट पाने के लिए (चुनावी बांड के माध्यम से) पैसा दिया।

खरगे ने आगे कहा, "आप नाम क्यों छिपा रहे हैं?....इसका मतलब है कि इन सभी लोगों ने चोरी करके चंदा इकट्ठा किया है और वे इस लूट को जारी रखना चाहते हैं।"

खरगे ने कहा, “भाजपा अन्य दलों के नेताओं को अपने पाले में लाती है। जब ये नेता दूसरे दलों में होते हैं, तो वह उन्हें दागी करार देती है, लेकिन जब वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो वे साफ-सुथरे हो जाते हैं। गृह मंत्री अमित शाह के पास एक बड़ी वॉशिंग मशीन है और ये दागी नेता इससे गुजरने के बाद साफ-सुथरे हो जाते हैं।’’

उन्होंने कहा कि जब तक देश में जाति व्यवस्था कायम रहेगी, तब तक एससी और एसटी का कल्याण संभव नहीं है और उच्च जाति के दबे-कुचले लोगों सहित विभिन्न वर्गों की आर्थिक, शैक्षिक स्थिति जानने के लिए जाति जनगणना की आवश्यकता है।

कांग्रेस प्रमुख ने कर्नाटक के गुलबर्गा में शिवराज सिंह चौहान के कथित बयान का भी जिक्र किया कि खरगे और राहुल गांधी कांग्रेस को नष्ट करने के लिए काम कर रहे हैं।

खरगे ने कहा, "मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्हें (मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से) क्यों हटाया गया और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी ने उन्हें करीब क्यों नहीं आने दिया।"

बाद में राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में यात्रा के आखिरी दिन रतलाम और सैलाना में रोड शो में हिस्सा लिया और जीप पर खड़े होकर लोगों से बात की।

राज्य कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख केके मिश्रा ने पीटीआई- को बताया कि यात्रा शाम को राजस्थान की ओर बढ़ने वाली थी, लेकिन कार्यक्रम में बदलाव हुआ और गांधी रात में सैलाना में रुकेंगे और बृहस्पतिवार को राजस्थान में प्रवेश करेंगे।

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