कोलकाता, चार अक्टूबर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रों के उच्चारण में दोष निकालने वालों पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि वह अपने 'घराने' का अनुसरण करती हैं, जिसे विशेषज्ञ भी स्वीकारते हैं।
बनर्जी ने दक्षिण कोलकाता में ‘एकडलिया एवरग्रीन दुर्गा पूजा’ के उद्घाटन के दौरान मंत्रोच्चार से पहले कहा, ‘‘जब मैं मंत्रों का उच्चारण करती हूं, तो कुछ लोग मेरे उच्चारण में दोष निकालते हैं और कहते हैं कि ऐसा करना (दोषपूर्ण उच्चारण) शास्त्रों का उल्लंघन करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आलोचकों को यह नहीं पता कि हर शास्त्र में मंत्रों का उच्चारण बिल्कुल एक जैसा नहीं होता। क्या हर पंचांग एक जैसा होता है? मैं अपने 'घराने' का पालन करती हूं, जिसे विशेषज्ञ भी स्वीकार करते हैं। अगर मेरी अभिव्यक्ति का तरीका किसी को पसंद नहीं आता, तो मैं कुछ नहीं कर सकती।’’
बनर्जी ने कहा कि उनके मंत्रोच्चार को बेलूर मठ रामकृष्ण मिशन के एक वरिष्ठ भिक्षु और उनके धर्मनिष्ठ ब्राह्मण पिता ने प्रमाणित किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी आवाज और उच्चारण को कृत्रिम मेधा (एआई) के जरिये कुछ वीडियो रील में क्लोन किया जा रहा है और इससे फर्जी वीडियो बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप ऐसे वीडियो देखेंगे, जिनमें मेरी छवि दिखाई देगी, लेकिन मेरी आवाज़ एआई द्वारा तैयार की गई होगी।’’
संबंधित दुर्गा पूजा के पूर्व मुख्य आयोजक एवं दिवंगत पूर्व मंत्री सुब्रत मुखर्जी के साथ अपने दीर्घकालिक जुड़ाव को याद करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘यह पूजा उनके दिल में बसी हुई थी। हर साल, वह मुझसे इस पूजा के उद्घाटन के लिए एक सुविधाजनक और अच्छी तिथि खोजने का आग्रह करते थे। उनके निधन के बाद से, हम पिछले दो वर्षों से उन्हें याद कर रहे हैं।’’
बनर्जी ने याद किया कि कैसे मुखर्जी ने छात्र राजनीति के दिनों में उन्हें प्रभावित किया था।
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