पटना, 21 सितंबर : उत्तर प्रदेश के फूलपुर क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने संबंधी तमाम अटकलों को खारिज करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत आकांक्षा नहीं है और उनका मकसद 2024 के आम चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा दलों को एकजुट करना है. कुमार ने यह भी कहा कि उनके प्रयासों से युवा पीढ़ी, ‘‘तेजस्वी यादव जैसे लोगों को लाभ होना चाहिए.’’ जब कुमार से यह सवाल किया गया कि क्या उनकी योजना उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की है, उन्होंने कहा, "ये सिर्फ अटकलें हैं और इस तरह की चर्चा का कोई आधार नहीं है. मुझे ऐसी खबरों के स्रोत का पता नहीं है. मेरी रूचि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में है."
उन्होंने कहा, " मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा या आकांक्षा नहीं है... मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, वह युवा पीढ़ी के लिए... तेजस्वी यादव जैसे लोगों के लिए है." कुमार के फूलपुर सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें शनिवार को उस समय तेज हो गई जब जनता दल (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के तीन संसदीय क्षेत्रों, खासकर फूलपुर में पार्टी कार्यकर्ता और नेता चाहते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव लड़ें. यह भी पढ़ें : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने की मुलाकात- बैठक में शामिल पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त कुरैशी ने बताया मुलाकात का एजेंडा
यह पूछे जाने पर कि क्या वह 25 सितंबर को हरियाणा में विपक्षी नेताओं की रैली में शामिल होंगे, नीतीश कुमार ने ‘हां’ में जवाब दिया. उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से! मैं 25 सितंबर को हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल की सभा में भाग लूंगा. राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मेरे साथ शामिल होंगे." हरियाणा की रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के भी शामिल होने की उम्मीद है.