कोझिकोड (केरल), 14 जुलाई उत्तरी केरल में बीते कुछ दिन में मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के कासरगोड, कोझिकोड और वायनाड जिलों में नदियां उफान पर हैं, जिसके चलते लोगों को आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करना पड़ा है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दो गर्भवती महिलाओं, सात बच्चों और एक दिव्यांग व्यक्ति समेत लगभग 427 लोगों को वायनाड जिले में स्थापित किए गए आठ पुनर्वास शिविरों में भेजा गया है।
कासरगोड जिले में भारी बारिश की सूचना मिली है, जहां तेजस्विनी और मधुवाहिनी नदियां इस सप्ताह की शुरुआत से उफान पर हैं, जिसके चलते जिले के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है।
मलप्पुरम जिला अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है कि पन्नापुझा, कराकोडन और कलक्कन नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है, क्योंकि पश्चिमी घाट पर स्थित गुडालुर और नाडुकणि क्षेत्र में भारी बारिश होने की सूचना मिली है।
भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते कई पेड़ उखड़ गए हैं, जिसके चलते कोझिकोड जिले के कुट्टियाड़ी कस्बे के कविलंपारा में लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
अधिकारियों ने कहा कि चालियार नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद इसके तटों के आसपास रह रहे लोगों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है।
कोझिकोड कलेक्टर कार्यालय में 24 घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और मछुआरों को आगाह किया गया है कि वे मछलियां पकड़ने न जाएं।
इस बीच, मौसम विभाग ने मालाबार के पूर्वी क्षेत्र में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार के लिए राज्य के चार जिलों - इडुक्की, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था।
विभाग के अनुसार, कासरगोड, कन्नूर और वायनाड जिलों में भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का अनुमान है।
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