Haryana 2022: चुनावों की हलचल, पंजाब से पानी का विवाद नहीं सुलझा, एथलीटों ने पदक जीत बढ़ाया मान
Vote (Photo: ANI)

चंडीगढ़, 28 दिसंबर : वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में अभी भले ही बहुत समय है, लेकिन हरियाणा में प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता इस साल पंचायत और नगरपालिका चुनावों से लेकर आदमपुर विधानसभा उपचुनाव और राज्यसभा चुनावों तक में एड़ी-चोटी का जोर लगाते नजर आए. वहीं, संसाधनों के बंटवारे को लेकर हरियाणा का पड़ोसी राज्य पंजाब के साथ विवाद भी हुआ. इसमें एक अलग हरियाणा विधानसभा भवन के निर्माण के लिए संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में जमीन और पंजाब में बहने वाली नदियों के पानी की मांग को लेकर हुआ विवाद शामिल है.

वर्ष 2022 में हरियाणा विधानसभा ने उत्तर प्रदेश सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित अन्य राज्यों के नक्शेकदम पर चलते हुए बल, अनुचित प्रभाव या प्रलोभन के माध्यम से धर्म परिवर्तन के खिलाफ एक विधेयक पारित किया. इस साल हरियाणा के खिलाड़ियों ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित किया. बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को हासिल हुए कुल 61 पदकों में से 20 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते. ‘खेलो इंडिया युवा खेल’ की चैंपियनशिप ट्रॉफी भी राज्य के खाते में गई. हरियाणा में जून में हुए निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा-जननायक जनता पार्टी (जजपा) गठबंधन ने 46 नगर निकायों में से 25 में जीत हासिल की. गठबंधन ने नवंबर में आदमपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी जीत का सिलसिला बरकरार रखा, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते एवं भाजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई विजयी रहे. यह भी पढ़ें : Privatisation Of Indian Railway: मोदी सरकार ने अफवाहों पर लगाई लगाम, कहा- रेलवे के निजीकरण की कोई योजना नहीं

भव्य बिश्नोई के पिता कुलदीप बिश्नोई ने अगस्त में आदमपुर से कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था, जिस कारण इस सीट पर उपचुनाव अनिवार्य हो गया था. कुलदीप बिश्नोई बाद में अपने बेटे और पत्नी के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे.आदमपुर सीट पर पिछले पांच दशकों से भजन लाल परिवार का कब्जा है. इससे पहले, जून में कांग्रेस नेता अजय माकन हरियाणा से राज्यसभा सीट हासिल करने में नाकाम रहे. उस समय कांग्रेस का हिस्सा रहे कुलदीप बिश्नोई के ‘क्रॉस वोटिंग’ करने के कारण माकन को राज्यसभा चुनाव में जीत नसीब नहीं हो सकी.