नयी दिल्ली, एक दिसंबर घरेलू आर्थिक गतिविधि बढ़ने और त्योहारों के दौरान खरीदारी के कारण जीएसटी संग्रह नवंबर महीने में 15 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.68 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 1.45 लाख करोड़ रुपये था।
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि नवंबर 2023 में सकल जीएसटी संग्रह 1,67,929 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 30,420 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 38,226 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 87,009 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 39,198 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 12,274 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 1,036 करोड़ रुपये सहित) रहा।
इस साल नवंबर का संग्रह हालांकि अक्टूबर में जुटाए गए 1.72 लाख करोड़ रुपये से कम है, लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद से यह दूसरा सबसे बड़ा संग्रह है।
मंत्रालय ने कहा कि नवंबर 2023 का संग्रह पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। यह 2023-24 के दौरान नवंबर तक सालाना आधार पर किसी भी महीने के लिए सबसे अधिक वृद्धि है।
चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक सकल जीएसटी संग्रह 13,32,440 करोड़ रुपये है, जो औसतन 1.66 लाख करोड़ रुपये प्रति माह है। यह संग्रह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 11.9 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में यह छठी बार है, जब किसी महीने में सकल जीएसटी संग्रह 1.60 लाख करोड़ रुपये के पार है।
ईवाई के कर भागीदार सौरभ अग्रवाल ने कहा कि उच्च जीएसटी संग्रह मुख्य रूप से घरेलू आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि, त्योहारों के दौरान मांग अधिक होने और कर प्रशासन की मुस्तैदी के कारण है।
उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों को भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता का संकेत कहा जा सकता है।
अग्रवाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, लद्दाख आदि में जीएसटी संग्रह बढ़ने से देश के इन हिस्सों में खपत में वृद्धि का संकेत मिलता है।
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ''हमें उम्मीद है कि सीजीएसटी संग्रह मामूली रूप से बजट अनुमान से अधिक रहेगा।''
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)