जयपुर, 10 अगस्त राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने शनिवार को बाड़मेर के सुदूर पश्चिम सीमावर्ती गांवों का दौरा कर वहां केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न विकास तथा जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी ली।
बागड़े ने प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा आदि के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में भी ग्रामीण जनों से संवाद किया।
आधिकारिक बयान के अनुसार राज्यपाल ने वहां मौजूद अधिकारियों को मौके पर ही समस्याओं के समाधान के निर्देश देते हुए गांव के गरीब लोगों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए काम करने का भी आह्वान किया।
राज्यपाल ने गडरा रोड पंचायत समिति के तामलोर गांव में ग्रामीणों से उनके निवास स्थान पर पहुंचकर व्यक्तिगत रूप से संवाद किया। बाद में उन्होंने गांव में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से किए गए विकास कार्यों का अवलोकन भी किया।
उन्होंने गांव के तालाब और जल संरक्षण के तहत अन्य संरचनाओं का भी मुआयना किया। उन्होंने आम लोगों से बारिश की एक-एक बूंद को सहेजने की अपील भी की।
तामलोर गांव में राज्यपाल ने वहां के विद्यालय के बच्चों से बातचीत की। उन्होंने स्कूल में 34 में से 27 बच्चों के उत्तीर्ण होने की जानकारी मिली तो उन्होंने सात अनुत्तीर्ण बच्चों के भविष्य पर चिंता जताई।
उन्होंने प्रधानाध्यापक को बुलाकर इन बच्चों के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए तथा कहा कि इनके अभिभावकों से संपर्क कर इनका विद्यालय में फिर से दाखिला करवाया जाए।
उन्होंने इसी गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी गुड्डी कंवर के घर पहुंचकर योजना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से जल जीवन मिशन, उज्ज्वला गैस योजना आदि के बारे में भी पूछा।
राज्यपाल ने बाड़मेर दौरे के तहत मुनाबाव पहुंचकर सीमा क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सीमा क्षेत्र पर चौकसी रख रहे जवानों द्वारा निरंतर राष्ट्र की रक्षा के लिए कार्य करने की सराहना की। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से संवाद करते हुए उन्होंने सीमा से जुड़े मुद्दों पर भी अलग से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि सेना के जांबाज सैनिक मां भारती के वह सपूत हैं, जिनके कंधे पर राष्ट्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
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