मुंबई, 17 सितंबर शेयर बाजारों में पिछले दो दिनों से जारी तेजी पर बृहस्पतिवार को विराम लग गया और वैश्विक बाजारों में गिरावट से बीएसई सेंसेक्स भी 323 अंक लुढ़क गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आर्थिक गतिविधियों में सुधार को लेकर अनिश्चितता जताये जाने के बाद वैश्विक बाजारों पर असर पड़ा।
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट और ताजा लिवाली के लिये किसी अहम् संकेत के अभाव से बाजार धारणा प्रभावित हुई।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और पूरे कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा। अंत में यह 323 अंक यानी 0.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,979.85 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.45 अंक यानी 0.76 प्रतिशत गिरकर 11,516.10 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में बजाज फिनसर्व रही। इसमें 2.23 प्रतिशत की गिरावट आयी। इसके अलवा पावर ग्रिड, एल एंड टी, आईसीअईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, टीसीएस और सन फार्मा में भी गिरावट रही।
दूसरी तरफ एचसीएल टेक, इन्फोसिस और मारुति के शेयर लाभ में रहे। इनमें 2.36 प्रतिशत तक की तेजी आयी।
अेमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में किसी तरह के अतिरिक्त प्रोत्साहन उपायों की घोषणा नहीं की गई। इसका वैश्विक शेयर बाजारों पर असर पड़ा। हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने मुख्य नीतिगत दर कम-से-कम 2023 तक शून्य के करीब रहने का संकेत दिया।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने भी कहा कि आर्थिक परिदृश्य काफी अनिश्चित जान पड़ता है। यानी कंपनियों के लिये अभी समस्याओं की आशंका बनी हुई है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व के निवेशकों की उम्मीदों को पूरा करने में विफल रहने के बाद वैश्विक बाजारों के हिसाब से घरेलू बाजार में प्रतिक्रिया हुई। ब्याज दर निम्न स्तर पर रखने के संकेत के बावजूद, बाजार में तत्काल कोई प्रोत्साहन उपाय नहीं किये जाने से निराशा रही।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चीन के साथ सीमा विवाद बने रहने को लेकर भी भारतीय बाजारों में चिंता है। बाजार में अनिश्चितता बने रहने की आशंका है और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।’’
हैप्पिएस्ट मांइड्स टेक्नोलॉजीज के शेयर की सूचीबद्धता शानदार रही। यह निर्गम मूल्य 166 रुपये के मुकाबले 111 प्रतिशत लाभ के साथ सूचीबद्ध हुआ। शेयर अंत में निर्गम मूल्य के मुकाबले 123.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 371 रुपये पर बंद हुआ।
वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई और हांगकांग, दक्षिण कोरिया में सोल तथा जापान का तोक्यो बाजार नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42.11 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
अंतरबैंक विदेशी विनिमय मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे टूटकर 73.66 पर बंद हुआ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)