देहरादून, 14 दिसंबर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को एलईडी लाईट निर्माण में लगे सभी महिला स्वयं सहायता समूहों को 50-50 हजार रुपये का सतत कोष देने की घोषणा की ।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार से जुड़कर महिलाओं का आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ी है। उनका यह सफर अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वृद्धि केंद्र स्वरोजगार के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और परिधान (रेडीमेड गारमेंट) के क्षेत्र में भी इनकी अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल ड्रेस, डॉक्टर्स-नर्स आदि के लिए ड्रेस तैयार करने पर भी फोकस किया जाना चाहिए।
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यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड मंत्रिमंडल ने जिलाधिकारी स्तर पर पांच लाख तक की खरीद में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। इसी प्रकार, उत्तराखण्ड में मंदिरों के कपाट खुलने व बंद होने, व अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में सजावटी कार्यों के लिए स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर रावत ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत उत्तरकाशी के 11 उद्यमियों को ‘परियोजना आवंटन पत्र‘ वितरित किए तथा एलईडी ग्राम लाईट योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ऊर्जा योद्धा (एनर्जी वॉरियर्स) के रूप में सम्मानित किया।
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