नयी दिल्ली, 26 मई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार 28 मई को वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की बैठक बुलाई है। इस बैठक में अन्य बातों के अलावा कोविड-19 के वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा होगी।
कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद यह एफएसडीसी की पहली बैठक है। इसमें रिजर्व बैंक के गवर्नर और अन्य वित्तीय क्षेत्र के नियामक शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्री की अध्यक्षता में यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी।
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यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि कोविड-19 की वजह से चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट की आशंका है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर के अलावा एफएसडीसी के सदस्यों में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन, भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) तथा पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के प्रमुख शामिल हैं। वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे।
समझा जाता है कि परिषद की बैठक में कोविड-19 से उबरने के लिए सरकार द्वारा घोषित 21 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा फरवरी से घोषित विभिन्न उपायों पर भी एफएसडीसी की बैठक विचार-विमर्श होगा।
रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह कहा था कि कोविड-19 का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पहले लगाए गए अनुमान से अधिक रहेगा और 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट आएगी।
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