गुवाहाटी, चार अगस्त असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार जारी है क्योंकि बाढ़ का पानी लगातार कम हो रहा है। हालांकि 15 जिलों के 1.96 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं।
असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने राज्य में बाढ़ और कटाव प्रबंधन की योजनाओं की समीक्षा की।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने अपने बुलेटिन में कहा कि बाढ़ का पानी बारपेटा और दक्षिण सलमारा जिलों से सोमवार से कम हो रहा है और प्रभावित लोगों की संख्या में 1.93 लाख की कमी आयी है।
रविवार को 19 जिलों के 8.54 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित थे।
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इस वर्ष राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में अभी तक 136 लोग जान गंवा चुके हैं। 110 लोगों की मौत बाढ़ संबंधी घटनाओं में और 26 की मौत भूस्खलन में हुई है।
एएसडीएमए ने कहा कि गोलपाड़ा सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां 1.05 लाख लोग प्रभावित हैं। वहीं मोरीगांव में 28,126 और बक्सा में 15,000 लोग प्रभावित हैं।
प्राधिकारी सात जिलों में 26 राहत शिविर और वितरण केंद्र संचालित कर रहे हैं जहां पर वर्तमान में 4,129 लोग हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी शहर और जोरहाट जिले के नेमाटीघाट पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि इसकी सहायक नदियां जिया भराली और कोपिली भी विभिन्न स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही हैं।
इस बीच, राज्यपाल जगदीश मुखी ने बेकी नदी के कारण होने वाली बड़ी आपदा के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने असम के अतिरिक्त मुख्य सचिव (जल संसाधन) सैयदीन अब्बासी, बाढ़ और नदी कटाव प्रबंधन एजेंसी (एफआरईएमएए) के सीईओ सिद्धार्थ सिंह और अन्य के साथ विभिन्न बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा की।
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