बुलंदशहर/ लखनऊ, आठ जनवरी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulanshahar) जिले के सिकन्द्राबाद (Secundarabad) थानाक्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से पांच व्यक्तियों की मौत हो गयी और 16 लोग बीमार हो गये हैं, जिनमें से पांच की हालत गंभीर है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस मामले में थाना प्रभारी समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा आबकारी विभाग के निरीक्षक और तीन सिपाहियों को निलंबित करते हुए कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.
बुलंदशहर के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार (Ravindra Kumar) बताया कि कुछ लोगों ने गांव के ही कुलदीप (Kuldeep) नामक व्यक्ति से शराब खरीदी थी और इसे पीने के बाद यह घटना हुई. जिलाधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है तथा बीमार व्यक्तियों को जिला अस्पताल व निजी नर्सिंग होम में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई और 16 लोग बीमार हो गए हैं.यह भी पढ़े: बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से चार व्यक्तियों की मौत, 17 बीमार.
जिलाधिकारी ने मृतकों के परिजनों के ढांढस बधाते हुए जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दिलाये जाने का आश्वसन दिया. उन्होंने साथ ही आरोपी कुलदीप व अन्य दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात भी कही. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सिकन्द्राबाद के थानाप्रभारी, चौकी प्रभारी व दो सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में आरोपी कुलदीप के तीन परिजनों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि कुलदीप को शीघ्र गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों के लिखाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुये दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.यह भी पढ़े: बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से चार व्यक्तियों की मौत, 17 अन्य बीमार
अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय (Sanjay) आर भूसरेड़डी ने शुक्रवार को बताया कि बुलंदशहर की घटना को गंभीरता से लेते हुए शासन ने सिकंदराबाद क्षेत्र में तैनात आबकारी निरीक्षक प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही राम बाबू तथा दो अन्य आबकारी सिपाहियों श्रीकांत सोम एवं सलीम अहमद को कर्तव्य पालन में प्रथम दृष्टतया दोषी पाते हुए निलंबित करके विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं.
अपर मुख्य सचिव के अनुसार इस मामले में सयुक्त आबकारी आयुक्त, मेरठ जोन राजेश मणि त्रिपाठी एवं उप आबकारी आयुक्त मेरठ, सुरेश चंद्र पटेल तथा जिला आबकारी अधिकारी बुलंदशहर संजय कुमार त्रिपाठी के विरूद्ध पर्यवेक्षण में शिथिलता बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से विभागीय कार्यवाही के आदेश देते हुए इन्हें आबकारी आयुक्त कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है.
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