देश की खबरें | लोकतंत्र, संविधान को बचाने की लड़ाई जारी रहेगी: केजरीवाल ने ‘आप’ के स्थापना दिवस पर कहा

नयी दिल्ली, 26 नवंबर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ‘आप’ के स्थापना दिवस पर मंगलवार को कहा कि पार्टी अपनी ‘‘ईमानदारी और लोगों के प्यार के कारण’’ मजबूत हुई है तथा संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई जारी रहेगी।

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेखांकित किया कि पार्टी की स्थापना संविधान दिवस पर हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह महज संयोग नहीं हो सकता कि हमारी पार्टी का गठन संविधान दिवस पर हुआ। ईश्वर जानते हैं कि संविधान खतरे में पड़ने वाला है।’’ उन्होंने पार्टी के शासन के मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि यह आम आदमी पर केंद्रित है।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘आप की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हमने शासन का एक ईमानदार मॉडल दिया है। हमने दिल्ली के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाते हुए लोगों को शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं दी हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग दिखावे के लिए झुग्गी बस्तियों में आते हैं लेकिन बाद में वहां घरों को ढहाने के लिए बुलडोजर भेज देते हैं। लोगों को इस तरह के पाखंड के प्रति सतर्क रहना चाहिए।’’

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और ‘आप’ की विकासोन्मुखी राजनीति पर पार्टी के जोर देने का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी ने 2020 में प्रदर्शित किया कि चुनाव विकास कार्य और ईमानदार शासन के बूते जीते जा सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘2015 से पहले, सरकारी स्कूलों के बंद करने की बात कही जा रही थी। आज, हमारे काम ने देश के अन्य राज्यों को भी शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया है। यह दिल्ली मॉडल है।’’

इससे पहले दिन में, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 12 साल पहले ‘आप’ की स्थापना के साथ ही आम आदमी को ताकत मिली।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘2012 में आज का यह दिन इतिहास का वह पल है, जब देश के आम आदमी ने अपनी ताकत पहचानी और ‘आम आदमी पार्टी’ की स्थापना की। अब तक का हमारा यह सफर संघर्ष, बलिदान और जीत की गाथा का रहा है।’’

केजरीवाल ने कहा, ‘‘पिछले एक साल में हमें मिटाने की लाख कोशिशें हुईं, लेकिन हमारी ईमानदारी, जनता के प्यार और कार्यकर्ताओं के हौसले ने हमें और मजबूत बना दिया। हम अन्याय और तानाशाही के खिलाफ पहले से ज्यादा मजबूती के साथ खड़े हैं।’’

उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की यह लड़ाई जारी रहेगी।

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