जमशेदपुर, 20 अक्टूबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कुमार ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किए गए टिकट बंटवारे की आलोचना की। उन्होंने रविवार को कहा कि देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी में पारिवारिक संबंध हावी हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) सदस्य कुमार ने कहा, ‘‘ एक बार फिर भाजपा ने साबित किया कि पार्टी से अधिक परिवार महत्व रखता है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं के परिवार के सदस्यों को टिकट आवंटित करना पार्टी के दोहरे मापदंड का उदाहरण है।
भाजपा विपक्षी दलों पर ‘परिवार के मुद्दे पर निशाना साधती रही है। कुमार ने सवाल किया कि क्या झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास साहू की बहू पूर्णिमा दास साहू, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को पार्टी टिकट देना इसी श्रेणी में आता है?
पूर्व सांसद ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं की बहू और पत्नी को टिकट देकर महिला सशक्तीकरण का अनूठा उदाहरण पेश किया है।
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से रघुबर दास ने लगातार पांच बार जीत दर्ज की है। उनका परोक्ष संदर्भ देते हुए कुमार ने कहा कि भाजपा आगामी चुनाव के लिए एक भी नया नेता पेश करने में विफल रही है।
कुमार ने कहा, ‘‘जिस तरह से टिकट आवंटित किए गए हैं, उससे यह स्पष्ट है कि पार्टी कार्यकर्ताओं से केवल पार्टी का झंडा उठाने की उम्मीद की जाती है।’’उन्होंने कहा कि शायद भाजपा का मानना है कि परिवार के सदस्यों को टिकट देना वंशवादी राजनीति की आलोचना के अंतर्गत नहीं आता है।
कुमार ने जोर दिया कि जनता को यह समझना चाहिए कि 25 वर्षों तक शासन करने वाला एक परिवार अभी भी अपने हितों पर ही ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दास राज्य के मुख्यमंत्री होने के बावजूद, सत्ता में अपने ढाई दशक के दौरान कोई काम करने में विफल रहे हैं। दास इस समय ओडिशा के राज्यपाल पद पर आसीन हैं।
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