श्रीनगर, 13 सितंबर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को बारामूला के लोकसभा सदस्य शेख अब्दुल रशीद से यह स्पष्ट करने को कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर चुनाव के बाद भाजपा को जरूरत पड़ी तो क्या उनकी पार्टी उसका समर्थन करेगी।
इंजीनियर रशीद नाम से लोकप्रिय आवामी इत्तेहाद पार्टी के सुप्रीमो शेख अब्दुल रशीद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे और उन्हें विधानसभा चुनाव के वास्ते प्रचार करने के लिए बुधवार को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया।
अब्दुल्ला ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के देवासर क्षेत्र में चुनावी सभा के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल एक सेमिनार में जब रशीद से पूछा गया कि क्या चुनाव के बाद वह भाजपा का समर्थन करेंगे तो वह चुप हो गए। वह साफ-साफ क्यों नहीं कहते कि चुनाव के बाद वह भाजपा का किसी भी तरह से समर्थन नहीं करेंगे।’’
नेकां उपाध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘इंजीनियर रशीद ने कल शायद कहा था कि अगर मैं उनके साथ दिल्ली वापस चलने को तैयार हो जाऊं तो वह हमारे पक्ष में मैदान छोड़ देंगे। आज, मैं कहता हूं कि जिस दिन उन्हें तिहाड़ जेल वापस जाना होगा, मैं उन्हें साथ में वहां छोड़ने जाऊंगा। उन्हें मैदान छोड़ घर बैठ जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में जम्मू-कश्मीर के लोगों से जुड़े हर मुद्दे की बात की है।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमने (नेकां ने) अनुच्छेद 370 के बारे में बात की है। हमने कश्मीर मुद्दे पर बात की है। हमने हमेशा भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के बारे में बात की है। और हमने यहां के लोगों के रोजमर्रा के मुद्दों पर भी बात की है। हमने कौन सा मुद्दा छोड़ा है?’’
लोकसभा चुनाव में रशीद से हारने वाले अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को ‘‘भाजपा की वजह से बहुत नुकसान’’ हुआ है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआई मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि बारामूला के लोगों से कहा गया है कि वे अपने वोट के जरिये किसी को जेल से बाहर निकाल सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, '' वोट के जरिये कोई बाहर नहीं आता है, वे सिर्फ न्यायालय के माध्यम से बाहर आते हैं।''
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