मस्क ने शनिवार को एक सर्वेक्षण के तहत पोस्ट करके पूछा था कि क्या जोन्स को बहाल किया जाना चाहिए. इसके नतीजों यह प्रदर्शित होता है कि इस पर प्रतिक्रिया देने वालों में से 70 प्रतिशत लोगों ने अकाउंट बहाल करने का समर्थन किया. रविवार को, इससे पहले मस्क ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘लोगों ने कहा है और इसलिए यह होगा.’’ इसके कुछ घंटों बाद, जोन्स के पोस्ट फिर से सोशल मीडिया पर दिखे. उनका इससे पहले का पोस्ट वर्ष 2018 का है जब कंपनी ने अपमानजनक व्यवहार के लिए उन्हें और उनके ‘इंफोवार्स शो’ को प्रतिबंधित कर दिया था.
खुद को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का वाहक बताने वाले मस्क ने कहा कि यह कदम उन अधिकारों की रक्षा के बारे में है. एक उपयोगकर्ता ने पोस्ट किया था कि ‘अकाउंट पर स्थायी पाबंदी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विपरीत है.’ इसके जवाब में मस्क ने लिखा, ‘‘मुझे इस बात से असहमत होना मुश्किल लगता है.’’ मस्क के अपनी बात से पलटने का यह एक बड़ा वाकया है, क्योंकि उन्होंने पूर्व में कहा था कि सोशल मीडिया मंच पर वह जोन्स को वापस नहीं आने देंगे जबकि उनका अकाउंट बहाल करने के लिए बार-बार अनुरोध किया जा रहा था.
मस्क ने अपनी पहली संतान की मौत की ओर इशारा करते हुए पिछले साल पोस्ट किया था, ‘‘मुझे ऐसे किसी व्यक्ति के प्रति कोई दया नहीं है जो बच्चों की मौत का इस्तेमाल अपने फायदे, राजनीति या प्रसिद्धि हासिल करने के लिए करता हो.’’ जोन्स ने अपने शो में बार-बार कहा है कि कनेक्टीकट के न्यूटॉउन स्थित ‘सैंडी हुक एलिमेंटरी स्कूल’ में वर्ष 2012 की गोलीबारी की घटना (जिसमें 20 बच्चे और छह शिक्षकों की मौत हो गई) कभी घटी ही नहीं थी. इस पर कई पीड़ितों के रिश्तेदारों ने कनेक्टिकट और टेक्सास में जोन्स के खिलाफ मुकदमा दायर किया था.
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