
Chhattisgarh Timnar Village: वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित छत्तीसगढ़ के एक सुदूर गांव में सात दशक से अधिक समय के इंतजार के बाद आखिरकार बिजली पहुंच गई है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि माओवादी उग्रवाद से प्रभावित बीजापुर जिले के दूरदराज के गांव तिमेनार में स्थानीय लोग बुनियादी सुविधाओं के बिना अंधेरे में जीवन गुजारने को मजबूर थे.
छत्तीसगढ़ के तिमनार में पहली बार आई बिजली
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि तिमेनार का विद्युतीकरण बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों में शासन और विकास के एक नए युग की शुरुआत का संकेत है. एक सरकारी बयान में कहा गया है, "भैरमगढ़ विकास खंड के बेचापाल ग्राम पंचायत तहत तिमेनार गांव के सभी 53 घरों में आजादी के 77 साल बाद पहली बार मुख्यमंत्री मांजरा-टोला विद्युतीकरण योजना के तहत बिजली पहुंचाई गई है. यह भी पढ़े: UP: सीएम योगी का तंज, कहा- पहले सिर्फ चार जिलों में आती थी बिजली, आज हर गांव वीआईपी
बिजली आने पर ग्रामीण हुए खुश
VIDEO | Chhattisgarh: Timnar village of Bijapur district gets electricity for the first time. The government under the 'Majra-Tola Vidyutkaran Yojana' is working in the remote forest area to provide electricity.
Sambit Mishra, Collector, Bijapur said, "53 houses of the Timnar… pic.twitter.com/bHziFMm2BK
— Press Trust of India (@PTI_News) March 25, 2025
उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय उपलब्धि माओवादी आतंक की समाप्ति तथा क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि की शुरुआत का प्रतीक है. तिमेनार निवासी मश्राम, पंडरू कुंजाम, मंगली और प्रमिला ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे बिजली की रोशनी देखेंगे, लेकिन निराशा की जगह आशा ने ले ली है.
ग्रामीण बोले इससे उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा
निवासियों ने कहा कि बिजली आने से भय और असुरक्षा का माहौल खत्म हो गया है और यह उनके जीवन स्तर में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा, "पहली बार हमारे गांव में बिजली आई है। अब हमें रात के अंधेरे का डर नहीं है और हम जंगली जानवरों, सांपों और बिच्छुओं के खतरों से मुक्त हैं। हमारे बच्चे अब आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं और हमें आखिरकार लगता है कि हम विकास की राह पर हैं.
मुख्यमंत्री साय का ये रहा वादा
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी सरकार प्रत्येक "मांजरा-टोला" (बस्तियों) में बिजली पहुंचाने और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है. साय ने एक बयान में कहा, "जहां कभी माओवादी आतंक का साया था, वहां विकास की किरणें दिख रही हैं. यह परिवर्तन एक सच्ची जीत है. तिमेनार का विद्युतीकरण बस्तर के सुदूर क्षेत्रों में शासन और विकास के एक नए युग की शुरुआत का संकेत है. यह क्षेत्र अब माओवादी हिंसा के भय से मुक्त होकर समृद्धि और प्रगति की ओर बढ़ रहा है.
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