नयी दिल्ली, 13 जनवरी आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने पार्टी नेता अवध ओझा का नाम ग्रेटर नोएडा की मतदाता सूची से दिल्ली स्थानांतरित करने की अनुमति दे दी है तथा अब वह पटपड़गंज विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे।
केजरीवाल के नेतृत्व में आप के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे के समाधान के लिए ईसीआई अधिकारियों से मुलाकात कर यह मामला उठाया था।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘अच्छी खबर यह है कि अवध ओझा का वोट स्थानांतरित हो जाएगा और आयोग ने उनका वोट स्थानांतरित करने का आदेश जारी कर दिया है और वह नामांकन दाखिल कर सकेंगे।’’
इससे पहले दिन में केजरीवाल ने चुनावी प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया और दावा किया कि ओझा ने अपना वोट स्थानांतरित करने के लिए आधिकारिक समय सीमा सात जनवरी को फॉर्म 8 भरा था। उन्होंने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पर अवैध रूप से समय सीमा को घटाकर छह जनवरी करने का भी आरोप लगाया था।
केजरीवाल ने कहा कि यह कदम ओझा को पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने से जानबूझकर रोकने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह कानून के खिलाफ है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा पर भी गंभीर आरोप लगाए और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए नकदी, शराब और बेडशीट, जूते और चश्मे जैसी अन्य वस्तुओं के वितरण का आरोप लगाया।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सहित स्थानीय अधिकारी इन कृत्यों पर पर्दा डालने में शामिल थे।
उन्होंने दावा किया, ‘‘किदवई नगर में कंबल बांटे गए, दूसरी कॉलोनी में जूते बांटे गए, जैकेट, नकदी और चश्मे भी बांटे जा रहे हैं। लेकिन स्थानीय डीएम की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी कोई गतिविधि नहीं हो रही है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि आप की निश्चित हार से हताश होकर पूर्व मुख्यमंत्री ने अब निर्वाचन अधिकारियों को बदनाम करना शुरू कर दिया है।
सचदेवा ने ओझा का नाम दिल्ली की मतदाता सूची में स्थानांतरित करने के मुद्दे पर कहा, ‘‘मेरा अरविंद केजरीवाल से एक सीधा सवाल है। जब अवध ओझा दो दिसंबर को आप में शामिल हुए और यह तय हो गया कि वह चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने मतदाता सूची से नाम स्थानांतरण की प्रक्रिया की अंतिम तिथि तक इंतजार क्यों किया?’’
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल स्वयं नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में भारी हार का सामना कर रहे हैं और आप संयोजक को चुनाव से पहले चुनाव मशीनरी पर आरोप लगाने की आदत है।
इस बीच, आप प्रमुख ने नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में कथित हेराफेरी के दावे दोहराए, जहां से वह दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं।
आप के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए नयी दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम जोड़ने या हटाने के लिए आवेदन प्रस्तुत करने से स्वचालित रूप से नाम जोड़े या हटाए नहीं जाते हैं। फॉर्म 6 (जोड़ने के लिए) और फॉर्म 7 (हटाने के लिए) के तहत प्रत्येक आवेदन की सावधानीपूर्वक जांच की जाती है और निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानदंडों के सख्त अनुपालन करते हुए इनका निस्तारण किया जाता है।’’
डीईओ ने निर्वाचन क्षेत्र में वस्तुओं के वितरण के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘दिन के उजाले में चादरें, जूते, चश्मे और जैकेट जैसी वस्तुओं के वितरण के बारे में आरोपों में विशिष्टता का अभाव है। इन दावों को पुष्ट करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत, जैसे कि फोटो प्रमाण या गवाही नहीं दी गई है।’’
डीईओ ने कहा, ‘‘यह ध्यान देने योग्य है कि पुलिस और चुनावी मशीनरी का उड़न दस्ता सक्रिय रूप से 24 घंटे स्थिति की निगरानी कर रहा है और जमीनी स्तर पर सभी शिकायतों की पुष्टि करता है। इसके अलावा, जहां भी उल्लंघन का पता चलता है, वहां पुलिस शिकायत दर्ज की जाती है।’’
डीईओ ने कहा कि नागरिकों को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के किसी भी उल्लंघन की रिपोर्ट ‘सीविजिल ऐप’ के माध्यम से करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
आप संयोजक ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने इन शिकायतों के बाद उन्हें नयी दिल्ली के डीएम के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ निर्वाचन आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि ये सभी गतिविधियां रोक दी जाएंगी। हम निर्वाचन आयोग को उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और आश्वासन के लिए धन्यवाद देते हैं।’’
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