मुंबई, 3 अगस्त : शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी को पहले भी विभाजित करने के प्रयास किये गये थे, लेकिन इस बार नये सिरे से पार्टी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है. उद्धव ठाकरे ने यहां अपने आवास मातोश्री में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. दरअसल, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले एक धड़े ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय का रुख किया था.
उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र में हालिया राजनीतिक संकट के मद्देनजर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट द्वारा दायर याचिकाओं में उठाये गये कुछ संवैधानिक सवालों को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे-नीत प्रतिद्वंद्वी गुट से बुधवार को नये सिरे से जवाब दाखिल करने को कहा. उद्धव ठाकरे ने कहा, "पहले, शिवसेना को विभाजित करने के प्रयास किए गए थे लेकिन अब पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है." यह भी पढ़ें : असम के कार्बी आंगलांग में उग्रवादी संगठन के तीन सदस्य धरे गये
ठाकरे स्पष्ट रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा की उन टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे, जिसमें नड्डा ने कहा था कि आने वाले समय में केवल भाजपा जैसी विचारधारा से प्रेरित राजनीतिक दल ही बचेंगे, जबकि परिवारों द्वारा शासित अन्य दल तबाह हो जाएंगे. ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शिवसेना सांसद संजय राउत के आवास पर रविवार को की गई तलाशी पार्टी को खत्म करने की एक "साजिश" का हिस्सा थी.