देश की खबरें | बीबीएमपी में ईडी की छापेमारी भाजपा में कलह का नतीजा: उपमुख्यमंत्री शिवकुमार

बेंगलुरु, आठ जनवरी कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि ‘वृहद् बेंगलुरु महानगर पालिका’ (बीबीएमपी) में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अंदरूनी कलह का नतीजा है।

निकाय एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि ईडी ने मंगलवार को बीबीएमपी के मुख्य अभियंता बी. एस. प्रह्लाद और अन्य अभियंताओं के कार्यालयों की तलाशी ली। यह छापेमारी उन क्षेत्रों में बोरवेल और रिवर्स ऑस्मोसिस संयंत्रों के संबंध में की गई जहां कावेरी जल कनेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया है।

यह छापेमारी भाजपा नेता और बीबीएमपी के पूर्व पार्षद एन. आर. रमेश की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में की गई शिकायत पर की गई। बाद में एसीबी ने मामले को ईडी को सौंप दिया।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह भाजपा में आंतरिक लड़ाई का नतीजा है। एक भाजपा नेता ने अपनी ही पार्टी के विधायकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, क्योंकि उन्हें (विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए) टिकट नहीं दिया गया था।’’

शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने करीब डेढ़ साल पहले बीबीएमपी अधिकारियों को संभावित छापों के लिए तैयार रहने और ईडी अधिकारियों द्वारा मांगे जाने वाले सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम उनके साथ सहयोग करेंगे। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मेरे पास विस्तृत जानकारी नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने कल मुझे इसके बारे में बताया।’’

शिवकुमार ने कहा कि जब सूचना के अधिकार के तहत सभी को दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे, तो ईडी अधिकारियों को भी वही दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों को सजा मिलेगी।

अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) समुदाय के विधायकों द्वारा आयोजित रात्रिभोज के रद्द होने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि आठ जनवरी को बुलाई गई एससी/एसटी समुदायों के कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों और सांसदों की रात्रिभोज बैठक को कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के निर्देश के बाद स्थगित कर दिया गया है।

परमेश्वर ने एक बयान में कहा कि बैठक की अगली तारीख की जानकारी बाद में दी जाएगी।

यह बैठक मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा मंत्रिमंडल के दलित एवं एसटी समुदाय के चुनिंदा सहयोगियों के साथ रात्रिभोज के एक सप्ताह के भीतर निर्धारित की गई थी। इस साल मार्च के बाद राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच इस बैठक ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर हलचल पैदा कर दी थी।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने दिल्ली में एआईसीसी महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की और घटनाक्रम पर चर्चा की।

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