नयी दिल्ली, 21 दिसंबर: दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच आम आदमी पार्टी की प्रगति और लोकप्रियता को रोकने का एक प्रयास है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी दूसरे समन पर पेश नहीं हुए और आरोप लगाया कि ये समन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर जारी किए गए हैं, जो विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं.
आतिशी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ‘‘ईडी पिछले दो वर्षों से इस मामले की जांच कर रही है. भारत के इतिहास में, किसी अन्य नीति की इतनी जांच नहीं हुई जितनी इसकी (नीति) जांच एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा की जा रही है.’’ आतिशी ने दावा किया कि आप नेताओं से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी के बावजूद ईडी को गलत काम का कोई सबूत नहीं मिला है.
उन्होंने दावा किया कि दो साल की जांच के बाद भी सीबीआई या ईडी को गलत तरीके से अर्जित धन का एक पैसा भी नहीं मिला. केंद्रीय एजेंसियों पर हमला करते हुए आप नेता ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने मनीष सिसोदिया (पूर्व उपमुख्यमंत्री) के आवास, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन कुछ नहीं मिला, फिर भी उन्होंने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया. वे अब अरविंद केजरीवाल को निशाना बना रहे हैं.’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘वे (केंद्र) आम आदमी पार्टी की प्रगति को रोकने के लिए ये सब कर रहे हैं.’’ केजरीवाल को ईडी ने बृहस्पतिवार को आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए चले गए.
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