नयी दिल्ली, 17 दिसंबर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने कुछ पाकिस्तानी नागरिकों के स्वामित्व वाली एक सट्टेबाजी वेबसाइट से जुड़़े व्यक्तियों के खिलाफ नये सिरे से छापेमारी की है, जो पुरुषों के टी20 क्रिकेट विश्व कप मैच के ‘‘अवैध’’ प्रसारण में भी शामिल थी. संघीय एजेंसी ने ‘मैजिकविन’ नामक पोर्टल के खिलाफ मामले में 10-12 दिसंबर के बीच दिल्ली, मुंबई और पुणे में छापेमारी की. धन शोधन रोधी अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज ईडी का मामला गुजरात में अहमदाबाद पुलिस की साइबर अपराध इकाई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है. ईडी ने एक बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान 30 लाख रुपये मूल्य की बैंक जमा राशि जब्त की गई और साथ ही मामले से संबंधित कुछ दस्तावेज भी जब्त किए गए.
एजेंसी के अनुसार, मैजिकविन एक "सट्टेबाजी" वेबसाइट है जिसे गेमिंग पोर्टल के रूप में दिखाया गया है, जिसका "वास्तव में स्वामित्व" पाकिस्तानी नागरिकों के पास है. उसने कहा कि इस वेबसाइट का संचालन ज़्यादातर दुबई में काम करने वाले या बसे भारतीय नागरिकों द्वारा किया जाता है. उसने कहा, ‘‘वेबसाइट पर दिखाए जा रहे सट्टेबाजी के खेल मूल रूप से फिलीपीन और अन्य देशों में खेले जाते हैं, जो सट्टेबाजी गतिविधियों की अनुमति देते हैं.’’ हालांकि, जांच के अनुसार, मूल गेम के एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस) की नकल करके मैजिकविन की वेबसाइट पर इसे "पुनः प्रसारित" किया जाता है. एजेंसी ने कहा कि राशि जमा करना, सट्टा लगाना और निकासी जैसी सट्टेबाजी गतिविधियों को मैजिकविन के "मालिकों" द्वारा "नियंत्रित" किया जाता है. ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में पता चला कि खिलाड़ियों/सट्टा लगाने वालों द्वारा बैंक खातों में जमा किए गए पैसे को ‘‘मुखौटा’’ बैंक खातों के माध्यम से ‘‘डायवर्ट’’ किया गया और मालिकों के लाभ वाले हिस्से को क्रिप्टो परिसंपत्तियों में निवेश किया गया, नकद में निकाला गया या हवाला चैनल के माध्यम से दुबई भेजा गया था. यह भी पढ़ें : बदायूं की अदालत 24 दिसंबर को तय करेगी कि शम्सी मस्जिद बनाम नीलकंठ मंदिर मामले की सुनवाई होगी या नहीं
उसने कहा कि सट्टा लगाने वालों की जीत की राशि भुगतान गेटवे के साथ बनाए गए विभिन्न ‘‘शेल’’ कंपनियों के मर्चेंट खातों के माध्यम से उनके बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी गई थी. उसने कहा कि इन राशियों को घरेलू धन अंतरण (डीएमटी) के माध्यम से सट्टा लगाने वालों के बैंक खाते में भी स्थानांतरित किया गया था. पोर्टल शुरू करने के लिए आयोजित एक ‘‘लॉन्च पार्टी’’ में ‘‘बॉलीवुड की कई हस्तियां’’ शामिल हुईं और मैजिकविन का समर्थन भी किया. ईडी की जांच में पता चला कि इन मशहूर हस्तियों ने मैजिकविन के लिए वीडियो और फोटोशूट भी किए और इसके "प्रचार" के लिए इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया. ईडी ने कहा कि इन सट्टेबाजी वेबसाइट द्वारा अर्जित लाभ सट्टा लगाने वालों द्वारा की गई कुल जमा राशि का 50 प्रतिशत से अधिक है. एजेंसी ने कहा कि उसने अब तक इस मामले में 68 छापे मारे हैं और कुल 3.55 करोड़ रुपये की धनराशि और संपत्ति जब्त की है.