जरुरी जानकारी | विदेशी आयातित तेलों का घरेलू तेल- तिलहन बाजार पर दबाव जारी, सरकार से आयात शुल्क बढ़ाने की मांग

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. विदेशों से सस्ते आयातित तेलों का घरेलू तेल एवं तिलहन बाजार पर दबाव सोमवार को भी बरकरार रहा। सरसों, सोयाबीन, पाम तेल और पामोलीन सहित विभिन्न तेलों के भाव कमजोर मांग और सस्ते आयात के चलते नुकसान में बोले गये।

एजेंसी न्यूज Bhasha|
जरुरी जानकारी | विदेशी आयातित तेलों का घरेलू तेल- तिलहन बाजार पर दबाव जारी, सरकार से आयात शुल्क बढ़ाने की मांग

नयी दिल्ली, 29 जून विदेशों से सस्ते आयातित तेलों का घरेलू तेल एवं तिलहन बाजार पर दबाव सोमवार को भी बरकरार रहा। सरसों, सोयाबीन, पाम तेल और पामोलीन सहित विभिन्न तेलों के भाव कमजोर मांग और सस्ते आयात के चलते नुकसान में बोले गये।

बाजार सूत्रों का कहना है कि सस्ते आयातित तेलों के भाव में पिछले कुछ महीनों के दौरान 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। अगले महीने मलेशिया में इसका उत्पादन और बढ़ेगा जिससे घरेलू बाजार सस्ते आयातित तेलों से पट जाने का खतरा है। इसका खामियाजा घरेलू उत्पादकों को भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में सरकार को उचित कदम उठाने चाहिये।

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उन्होंने कहा कि मलेशिया ने अपने यहां पाम तेल के बढ़ते स्टॉक को दुनिया के बाजारों में खपाने के लिए निर्यात शुल्क हटा दिया है ताकि पाम तेलों का निर्बाध निर्यात बढ़ सके। दुनिया में पाम तेल के सबसे बढ़े आयातक देश भारत में भी लॉकडाऊन में छूट के बाद पामतेलों की मांग बढ़ रही है। ऐसे में देशी तेलों को प्रतिस्पर्धी बनाये रखने के लिये आयात शुल्क बढ़ाकर संतुलन बनाया जाना जरूरी है। अन्यथा घरेलू तेल- तिलहन उत्पादकों को नुकसान उठाना पड़ेगा और सरकार का आत्मनिर्भर भारत का नारा भी इस क्षेत्र में पीछे रह जायेग

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जरुरी जानकारी | विदेशी आयातित तेलों का घरेलू तेल- तिलहन बाजार पर दबाव जारी, सरकार से आयात शुल्क बढ़ाने की मांग

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. विदेशों से सस्ते आयातित तेलों का घरेलू तेल एवं तिलहन बाजार पर दबाव सोमवार को भी बरकरार रहा। सरसों, सोयाबीन, पाम तेल और पामोलीन सहित विभिन्न तेलों के भाव कमजोर मांग और सस्ते आयात के चलते नुकसान में बोले गये।

एजेंसी न्यूज Bhasha|
जरुरी जानकारी | विदेशी आयातित तेलों का घरेलू तेल- तिलहन बाजार पर दबाव जारी, सरकार से आयात शुल्क बढ़ाने की मांग

नयी दिल्ली, 29 जून विदेशों से सस्ते आयातित तेलों का घरेलू तेल एवं तिलहन बाजार पर दबाव सोमवार को भी बरकरार रहा। सरसों, सोयाबीन, पाम तेल और पामोलीन सहित विभिन्न तेलों के भाव कमजोर मांग और सस्ते आयात के चलते नुकसान में बोले गये।

बाजार सूत्रों का कहना है कि सस्ते आयातित तेलों के भाव में पिछले कुछ महीनों के दौरान 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। अगले महीने मलेशिया में इसका उत्पादन और बढ़ेगा जिससे घरेलू बाजार सस्ते आयातित तेलों से पट जाने का खतरा है। इसका खामियाजा घरेलू उत्पादकों को भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में सरकार को उचित कदम उठाने चाहिये।

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उन्होंने कहा कि मलेशिया ने अपने यहां पाम तेल के बढ़ते स्टॉक को दुनिया के बाजारों में खपाने के लिए निर्यात शुल्क हटा दिया है ताकि पाम तेलों का निर्बाध निर्यात बढ़ सके। दुनिया में पाम तेल के सबसे बढ़े आयातक देश भारत में भी लॉकडाऊन में छूट के बाद पामतेलों की मांग बढ़ रही है। ऐसे में देशी तेलों को प्रतिस्पर्धी बनाये रखने के लिये आयात शुल्क बढ़ाकर संतुलन बनाया जाना जरूरी है। अन्यथा घरेलू तेल- तिलहन उत्पादकों को नुकसान उठाना पड़ेगा और सरकार का आत्मनिर्भर भारत का नारा भी इस क्षेत्र में पीछे रह जायेगा।

सोमवार को बंद भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

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सरसों तिलहन - 4,600- 4,625 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 4,830 - 4,880 रुपये।

वनस्पति घी- 975 - 1,080 रुपये प्रति टिन।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,150 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,945 - 1,195 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 9,550 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,530 - 1,670 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,595 - 1,715 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 10,500 - 13,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 8,700 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 8,550 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 7,650 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 6,900 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,800 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,350 रुपये।

पामोलीन कांडला- 7,650 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,775- 3,800 लूज में 3,575--3,600 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपये

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

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सरसों तिलहन - 4,600- 4,625 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 4,830 - 4,880 रुपये।

वनस्पति घी- 975 - 1,080 रुपये प्रति टिन।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,150 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,945 - 1,195 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 9,550 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,530 - 1,670 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,595 - 1,715 रुपये प्रति टिन।

तिल मिल डिलिवरी तेल- 10,500 - 13,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 8,700 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 8,550 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम- 7,650 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 6,900 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,800 रुपये।

पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,350 रुपये।

पामोलीन कांडला- 7,650 रुपये (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,775- 3,800 लूज में 3,575--3,600 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपये

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

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New Delhi 96.72 89.62
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Mumbai 106.31 94.27
Chennai 102.74 94.33
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