बेंगलुरु/धारवाड़ (कर्नाटक), 4 अप्रैल : कर्नाटक में ‘हलाल’ मांस विरोधी अभियान के बाद बजरंग दल और श्रीराम सेना के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी संगठनों ने अब मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे का समर्थन करते हुए उन्होंने चेतावनी दी है कि वे मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर सुनाई देने वाली अजान के विरोध में सुबह पांच बजे भजन बजाएंगे. राज ठाकरे ने शनिवार को मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को बंद करने की मांग की थी.उन्होंने मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक गुड़ी पड़वा रैली में कहा था , “मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर उससे भी तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाई जाएगी.”
श्रीराम सेना के संयोजक प्रमोद मुतालिक ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, हिंदू संगठन मांग कर रहे हैं कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाया जाए और ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन किया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस संबंध में श्रीराम सेना ने संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने उस पर गौर नहीं किया. मुतालिक ने कहा कि सरकार को मस्जिद प्रबंधन को लाउडस्पीकर का इस्तेमाल न करने का निर्देश देना चाहिए. यह भी पढ़ें : गृह मंत्री अमित शाह ने दंड प्रक्रिया (शनाख्त) विधेयक 2022 लोकसभा में किया पेश
उन्होंने यह भी कहा कि शीर्ष अदालत ने रोज रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है. मुतालिक ने कहा, “आदेश में यह भी कहा गया है कि स्कूल और अस्पताल के आसपास वाले ‘शांत’ क्षेत्रों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन मस्जिद प्रबंधन द्वारा इस आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है. अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो हम रोज सुबह भजन बजाएंगे.”