देश की खबरें | दिल्ली: कालकाजी मंदिर में बिजली का झटका लगने से किशोर की मौत, भगदड़ मची

नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर दिल्ली के कालकाजी मंदिर में बुधवार आधी रात को प्रवेश के लिए कतार में खड़े 17 वर्षीय एक लड़के को बिजली का झटका लगने के बाद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि बिजली का झटका लगने के बाद लड़के की मौत हो गई और भगदड़ में छह लोग घायल हो गए।

पुलिस को बुधवार रात 12.40 बजे कालकाजी मंदिर के पास भगदड़ मचने की सूचना मिली थी। इसके बाद वह फोरेंसिक टीम और ‘बीएसईएस’ के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंची और छह घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया।

इस बीच, सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सकों ने पुलिस को एक लड़के के बारे में सूचना दी, जिसे मंदिर से मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। चिकित्सकों ने बताया कि बिजली का झटका लगने के कारण उसकी मौत हुई।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि मंदिर में नवरात्रि के दौरान ‘‘हैलोजन लाइट’’ लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा बिजली का तार टूटकर लोहे की रेलिंग पर गिर गया था।

पुलिस ने बताया कि लड़का कतार में खड़ा था और उसने रेलिंग को छू लिया जिससे उसे बिजली का झटका लगा और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में भगदड़ मच गई जिसमें छह लोग घायल हो गए।

उसने बताया कि मयंक अपने परिवार के साथ कालका जी मंदिर में पूजा-अर्चना करने आया था। उसके पिता प्लंबर का काम करते हैं और उसका एक भाई और दो बहनें हैं।

पुलिस ने बताया कि हादसे में घायल हुए सभी लोग खतरे से बाहर हैं।

उसने बताया कि मरम्मत के बाद क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई और दर्शन भी शुरू कर दिए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि, “इस घटना के संबंध में हमने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।’’

मयंक के बड़े भाई रितिक शर्मा ने ‘पीटीआई-’ से कहा, “क्या मंदिर प्रशासन मेरे भाई को वापस ला पाएगा? मेरी एकमात्र मांग है कि मेरे भाई को जिंदा लौटाया जाए।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)