नयी दिल्ली, दो जनवरी उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर पिछले साल शहर में नौ मंदिरों को ध्वस्त करने की मंजूरी देने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया।
यह आरोप दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा उपराज्यपाल को लिखे पत्र के एक दिन बाद लगाया गया है। पत्र में आतिशी ने दावा किया था कि सक्सेना के अधीन एक 'धार्मिक समिति' ने 22 नवंबर को अपनी बैठक के दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में हिंदू मंदिरों और एक बौद्ध पूजा स्थल सहित छह धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त करने का आदेश दिया था।
राज निवास ने जवाब में एक बयान जारी कर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद पिछले साल आठ फरवरी को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में नौ मंदिरों को गिराने की सिफारिश की थी।
बयान के अनुसार, केजरीवाल और तत्कालीन गृहमंत्री मनीष सिसोदिया ने इन मंदिरों को गिराने के लिए समिति की सिफारिशों को मंजूरी दी थी।
बयान में दस्तावेजी साक्ष्यों का हवाला देते हुए कहा गया है कि सात मंदिर करावल नगर में स्थित थे, जबकि शेष दो न्यू उस्मानपुर में थे।
उपराज्यपाल कार्यालय ने यह भी आरोप लगाया कि 2016 में तत्कालीन गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में आठ मंदिरों को गिराने की मंजूरी दी थी।
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