नयी दिल्ली, 15 जनवरी दक्षिण दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र का एक हिस्सा भले ही अपेक्षाकृत विकसित है, लेकिन दूसरा हिस्सा साफ-सफाई, यातायात जाम, सीवर का पानी सड़कों पर आने जाने जैसी समस्याओं से जूझ रहा है।
दिल्ली विधानसभा में निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने उन्हें इस सीट से फिर से टिकट दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने अलका लांबा पर भरोसा जताया है, जो अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
क्षेत्र के मतदाता दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी पहलों की सराहना करते हैं, लेकिन वे इस बात पर जोर देते हैं कि स्थानीय मुद्दों के समाधान पर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,94,515 मतदाता हैं, जिनमें 1,06,893 पुरुष, 87,617 महिला और पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं।
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में महारानी बाग, ईश्वर नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, भरत नगर, सराय जुलेना, सुखदेव विहार, श्रीनिवासपुरी, ईस्ट ऑफ कैलाश, गढ़ी ईस्ट ऑफ कैलाश, श्याम नगर, कालकाजी, गिरी नगर और गोविंदपुरी जैसे इलाके शामिल हैं।
इस विधानसभा क्षेत्र में देवी काली को समर्पित सदियों पुराना कालकाजी मंदिर, लोटस टेंपल और ईस्ट ऑफ कैलाश का इस्कॉन मंदिर जैसे अहम धार्मिक स्थल हैं।
कालकाजा विधानसभा क्षेत्र का एक हिस्सा तो साफ-सुथरा और विकसित है, लेकिन दूसरा हिस्सा यातायात जाम, प्रदूषण, संकरी गलियों, गड्ढों और अपर्याप्त सीवर व्यवस्था की समस्या से जूझ रहा है।
गोविंदपुरी निवासी मीना शर्मा ने ‘पीटीआई-’ को बताया, "हमें कूड़े के थैलों और सीवेज के पानी से भरी गड्ढों वाली सड़कों पर गाड़ी चलानी पड़ती है। यहां गंदगी का आलम बुरा है और लंबे समय से सफाई का काम नहीं हुआ है।"
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