Dalit Student Death: राजस्थान में दलित छात्र की मौत के बाद विरोध जारी, सचिन पायलट ने कहा- राज्य में ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं
कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Photo Credits-PTI)

Dalit Student Death: अशोक गहलोत सरकार की परोक्ष आलोचना करते हुए मंगलवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने हाल ही में एक दलित छात्र की मौत जैसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करने का आह्वान किया तथा पीड़ित परिवार पर कथित रूप से लाठीचार्ज किए जाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा, ‘‘हमें दलितों में यह विश्वास पैदा करना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं। इसके अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है. सरकार को व्यवस्था बदलने के लिए खामियों को दूर करने के लिए काम करना चाहिए.

जालोर जिले के सुराणा गांव में पानी के घडे़ को छूने पर नौ साल के छात्र को कथित रूप से शिक्षक छैल सिंह ने पीटा था. सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और राज्य की कांग्रेस सरकार निजी स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है. लेकिन घटना को लेकर विवाद बना हुआ है. पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट स्थानीय नेताओं के एक समूह के साथ पीड़ित परिवार से मिले. पायलट ने 2020 में मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ बगावत की थी. यह भी पढ़े: दल‍ित छात्र की मौत का मामला: जयपुर में भीम आर्मी के चार सदस्य पानी की टंकी पर चढ़े

पायलट ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आजादी के 75 साल बाद भी हमारी व्यवस्था में इस तरह का भेदभाव हो रहा है। यह हम सभी के लिए आत्मचिंतन का विषय है. उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत कई सवाल पैदा करती है. उन्होंने मार्च में पाली में कथित तौर पर मूंछ रखने को लेकर एक दलित व्यक्ति की हत्या का भी जिक्र किया. कांग्रेस नेता ने कहा कि बच्चे के शव को रात में दफना दिया गया था और परिवार के सदस्यों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. उन्होंने कहा, "वे अनुमंडलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक का नाम ले रहे हैं और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.

पायलट ने कहा कि यह कहना उचित नहीं होगा कि ऐसी घटनाएं दूसरे राज्यों में भी होती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.हमें कार्रवाई करने के लिए किसी अगली घटना की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए. हमें ऐसी विचारधारा को हराने के लिए कदम उठाने होंगे। दलितों पर अत्याचार करने के बाद कोई नहीं बच सकता.

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का डर होना चाहिए और दलितों में विश्वास की भावना पैदा करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्चे को जिंदा नहीं किया जा सकता लेकिन एक उदाहरण पेश किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बच्चे का परिवार डरा हुआ है और सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी अन्याय हो, उसके खिलाफ बोलना चाहिए.

उनके साथ राजस्थान के वन मंत्री हेमाराम चौधरी, पार्टी विधायक रामनिवास गवरिया और अन्य स्थानीय नेता भी थे.

इससे पहले, जोधपुर हवाई अड्डा पहुंचने पर पायलट का पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उन्होंने वहां संवाददाताओं से कहा कि केवल कानून और भाषण ही काफी नहीं हैं, बल्कि दलित समुदाय का विश्वास हासिल करने के लिए सख्त संदेश देना होगा.उन्होंने कड़ी कार्रवाई का आह्वान करते हुए कहा, 'ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा की जानी चाहिए. हमें ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की जरूरत है.

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