Manu Bhaker Interview Controversy: नयी दिल्ली, दो सितंबर दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को ओलंपिक पदक विजेता और निशानेबाज मनु भाकर के साथ पत्रकार रोहन दुआ के साक्षात्कार की आलोचना करने वाले पोस्ट को हटाने का निर्देश दिया. इन पोस्ट में साक्षात्कार को ‘सेक्सिस्ट’ करार दिया गया है. न्यायमूर्ति नवीन चावला ने सोशल मीडिया हैंडल से एक हफ्ते के अंदर इन पोस्ट को हटाने का आदेश दिया. उच्च न्यायालय का यह अंतरिम आदेश तब आया है जब पत्रकार के वकीलों ने हलफनामा देकर कहा कि भाकर को दुआ का यह साक्षात्कार पसंद आया जो यह साबित करता है कि भाकर ने पत्रकार के प्रश्नों को बुरा नहीं माना था. यह भी पढ़ें: ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद मनु भाकर को नीरज चोपड़ा के 2021 जैसा ट्रीटमेंट, देखें सुंदरता की तारीफ वाले वायरल क्रिंज इंटरव्यू क्लिप्स
उच्च न्यायालय ने पत्रकार के वकीलों को यह निर्देश दिया था कि वे यह दर्शाने के लिए पूरा विवरण पेश करें कि निशानेबाज को इस साक्षात्कार से कोई एतराज नहीं है, इसके बाद यह हलफनामा दाखिल किया गया. अदालत को बताया गया कि इस साक्षात्कार को भाकर की टीम मंजूरी दे चुकी है. भाकर ने इस साल पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीते थे, तब दुआ ने उनका साक्षात्कार किया था.
साक्षात्कार की एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें दुआ को भाकर से उनके साथी ओलंपियन नीरज चोपड़ा के साथ उनकी तथा उनके मां की तस्वीरों के बारे में पूछते देखा गया.
इस साक्षात्कार के बाद कई सोशल मीडिया हैंडल ने इस वीडियो को पोस्ट किया और सवाल को ‘सेक्सिस्ट’ एव साक्षात्कारकर्ता को ‘गैर-पेशेवर’ करार दिया था.
मानहानि याचिका में दुआ ने कहा है कि ये बयान न केवल उनकी पेशेवर क्षमता पर हमला करने वाले हैं, बल्कि यह गलत विमर्श भी फैलाया जा रहा है कि वह लैंगिक भेदभावपूर्ण और अनुचित व्यवहार कर रहे हैं, जिससे भाकर की उपलब्धियां धूमिल हो रही हैं.’’
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