पुणे (महाराष्ट्र), 11 अप्रैल महाराष्ट्र के पुणे जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन ने शनिवार को कोविड-19 मरीजों के लिये एक उपचार कार्यप्रणाली तैयार करने में निजी चिकित्सकों से मदद मांगी।
जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने कहा कि प्रशासन कोविड-19 मरीजों के लिये एक उपचार कार्यप्रणाली पर काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या मरीजों की मौत में पहले से मौजूद बीमारियों की भी कोई भूमिका थी या कोई अन्य कारण थे। हम निजी चिकित्सकों की मदद ले रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ यह समझने की भी कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह से किसी मरीज का स्वास्थ्य पृथक वास की अवधि के दौरान बिगड़ता चला जाता है और इसके पीछे क्या कारण हैं।
कोविड-19 से होने वाली मौत के कारणों का जिक्र करते हुए राम ने कहा कि सभी रोगी की मौत निमोनिया से नहीं हुई और हर मामला अलग है।
उन्होंने कहा, ‘‘फेफड़े से संबंधित बीमारियां और श्वसन से जुड़े रोग भी इन मौतों के बड़े कारण हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक विशेषज्ञ समिति गठित की है और अपने साथ लाने के लिये 10 से 15 प्राइवेट डॉक्टरों से संपर्क किया है। ’’
पुणे नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक पहले से किसी रोग से ग्रस्त 26 लोगों की जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक मौत हुई है, जिनमें से दो की उम्र 70 से 79 साल के बीच, 13 की उम्र 60 से 69 साल के बीच और सात की उम्र 50 से 59 साल के बीच थी।
इनमें से किसी भी व्यक्ति ने विदेश यात्रा नहीं की थी।
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