मंगलुरु, 25 जून : कर्नाटक में तीन और उपमुख्यमंत्री के पद की मांग करने वाले मंत्रियों के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि पार्टी मंत्रियों की मांगों का उचित हल निकालेगी. शिवकुमार फिलहाल सिद्धरमैया नीत मंत्रिमंडल में एकमात्र उपमुख्यमंत्री हैं. शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्री वीरशैव-लिंगायत, अनुसूचित जाति-अनूसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदायों के नेताओं को उपमुख्यमंत्री पद देने की वकालत कर रहे हैं.
शिवकुमार ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ''आप लोग (मीडिया) कोई कुछ भी कहता है, तो उसकी खबर बना देते हो. मैं उन लोगों को न क्यों कहूंगा जो खुश (खबरों में दिखाई देने वाले लोग) हैं. कोई कुछ भी मांग कर सकता है पार्टी उनका उचित जवाब देगी. यह सामान्य बात है.'' यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी की और उपमुख्यमंत्री बनाने की योजना है, जिसपर शिवकुमार ने कहा, ''आपको मल्लिकार्जुन खरगे (कांग्रेस अध्यक्ष) और हमारे प्रभारी महासचिव से मिलना चाहिए या फिर मुख्यमंत्री से पूछना चाहिए.'' कांग्रेस के भीतर एक गुट का मानना है कि मंत्रियों द्वारा तीन और उपमुख्यमंत्री पदों की मांग करना शिवकुमार की राज्य में पार्टी पर पकड़ को कमजोर करने की सिद्धरमैया खेमे की योजना का हिस्सा है. यह भी पढ़ें : CM ममता बनर्जी के नाराजगी जताने के बाद पुलिस ने फुटपाथ से अतिक्रमण हटाना शुरू किया
दरअसल ऐसी चर्चा है कि शिवकुमार इस सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद मुख्यमंत्री पद की मांग कर सकते हैं और इस मांग के जरिये सिद्धरमैया खेमा शिवकुमार की सरकार और पार्टी दोनों पर पकड़ का मुकाबला करना चाहता है.
सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना, आवासीय मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान, लोक निर्माण मंत्री सतीश जरकीहोली और कुछ अन्य मंत्रियों ने तीन और उपमुख्यमंत्री पदों का प्रस्ताव रखा है और इन सभी को सिद्धरमैया का करीबी माना जाता है.