बेंगलुरु, चार अक्टूबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बी वाई विजयेंद्र ने शुक्रवार को कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ‘घोटाले’ से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर को निशाना बना रही है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने बुधवार को दावा किया कि सावरकर मांस खाते थे और वह गौवध के खिलाफ नहीं थे।
विजयेंद्र ने ऑनलाइन पोस्ट में कहा, ‘‘यह हमारे राष्ट्रीय नायकों के साथ विश्वासघात है! सत्ता के लालच में कांग्रेस सरकार ने शर्मनाक तरीके से वीर सावरकर को निशाना बनाया है जो एक देशभक्त थे और भारत की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। यह सिर्फ इसलिए किया जा रहा है ताकि एमयूडीए घोटाले में अपने भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। जनता को गुमराह करने की यह चाल काम नहीं आएगी।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा तब तक लड़ेगी जब तक कांग्रेस के ‘‘भ्रष्ट नेताओं’’ को जवाबदेह नहीं ठहराया जाता।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘यह सिर्फ सावरकर पर हमला नहीं है, बल्कि हर उस भारतीय का अपमान है जो हमारे देश के लिए किए गए बलिदानों को महत्व देता है। जैसा कि वीर सावरकर ने खुद कहा था, ‘आजादी कभी दी नहीं जाती, इसे छीनना पड़ता है।’ कोई भी झूठ या ध्यान भटकाने वाली बात सच्चाई को ढक नहीं पाएगी और हम तब तक लड़ेंगे जब तक आपके (कांग्रेस) भ्रष्ट नेताओं को जवाबदेह नहीं ठहराया जाता।’’
यहां एक कार्यक्रम में बुधवार को राव ने कहा था, ‘‘सावरकर एक चितपावन ब्राह्मण थे और वह मांस खाते थे। वह मांसाहारी थे तथा गौवध के खिलाफ नहीं थे। एक तरह से वह आधुनिक थे।’’
लोकायुक्त पुलिस ने 27 सितंबर को एमयूडीए मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उनकी पत्नी पार्वती बी एम और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
ईडी ने 30 सितंबर को मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की जिसमें एमयूडीए की ओर से उनकी पत्नी पार्वती बी एम को 14 स्थलों के आवंटन में कथित अनियमितताएं करने का आरोप है।
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