हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटी राहुल गांधी की तरह विफल रही : ठाकुर
Anurag Thakur (Photo Credit: PTI)

भोपाल, 5 नवंबर: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक के पिछले विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को कांग्रेस की ओर से दी गईं ‘गारंटी’ इस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तरह विफल साबित हुई हैं. ठाकुर ने कहा कि गांधी ने ऐसी ही एक ‘गारंटी’ के तहत मतदाताओं को ठगते हुए मध्यप्रदेश में 2018 हुए विधानसभा चुनावों से पहले वादा किया था कि उनकी पार्टी की सरकार 10 दिनों के भीतर दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण को माफ नहीं करेगी, तो वह मुख्यमंत्री बदल देंगे.

उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी ने राज्य के युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के रूप में प्रति माह 4,000 रुपये देने का भी वादा किया था, लेकिन ये सभी चुनावी ‘गारंटी’ विफल हो गईं क्योंकि इन्हें कमलनाथ की अगुवाई में दिसंबर 2018 से मार्च 2020 तक 15 महीने चली कांग्रेस सरकार के राज में लागू नहीं किया गया था. ठाकुर ने दावा किया,"इस तरह की गारंटी हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक (जहां कांग्रेस सत्ता में है) में भी विफल रही हैं. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 22.50 लाख महिलाओं को हर माह 1,500 रुपये की सहायता की गारंटी दी थी. इसे (कांग्रेस के सत्ता में आने के) 10 महीने बाद भी लागू नहीं किया गया है.

कांग्रेस ने एक लाख नौकरियां देने का वादा भी किया था, लेकिन अभी तक इस पार्टी की सरकार ने 1,000 नौकरियां तक नहीं दी हैं.''

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर और 100 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध की खरीद के साथ ही 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली के वादे भी किए थे, लेकिन इनमें से कोई भी वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है.

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने महिलाओं के लिए "लाड़ली बहना योजना" शुरू की,जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ कथित रूप से सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए ठाकुर ने कहा कि केजरीवाल ने जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे, लेकिन फिलहाल आलम यह है कि आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से स्थापित तीन ‘‘स्मोक टॉवर’’ बंद पड़े हैं.

उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस दिल्ली की सत्ता में थी, तब केजरीवाल एनसीआर के प्रदूषण के लिए पंजाब में किसानों के पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराते थे, लेकिन अब दोनों राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार होने के बावजूद वह इस प्रदूषण पर रोक लगाने में नाकाम रहे हैं जिससे दिल्ली "गैस चैंबर" में बदल गई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों को आतंकित करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रही है. इस आरोप पर प्रतिक्रिया में ठाकुर ने कहा कि ये सरकारी एजेंसियां कानून के अनुसार ‘‘स्वतंत्र रूप से’’ कार्य करती हैं.

खरगे ने सरकारी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर शुक्रवार को एक चुनावी रैली में केंद्र पर ऐसे वक्त हमला बोला, जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ उस महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों से 508 करोड़ रुपये प्राप्त करने का आरोप सामने आया है जिसकी धन शोधन और अन्य वित्तीय गड़बड़ियों के लिए जांच की जा रही है. ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता जांच के दायरे में हैं क्योंकि आरोप गंभीर हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ऐप घोटाले की जांच लंबे समय से हो रही थी और इसे मौजूदा विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर शुरू नहीं किया गया.

छत्तीसगढ़ में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अधीन एक विभाग के एक अधिकारी के पास से 2.25 करोड़ रुपये नकद और एक किलोग्राम सोना मिला था. ठाकुर ने आरोप लगाया,''राजस्थान की गहलोत सरकार ने जल जीवन मिशन में अनियमितताएं कीं। छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप घोटाला सामने आया. इस राज्य में कोयला, गौठान और अन्य क्षेत्रों में भी घोटाले हुए हैं.'' केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल आम आदमी पार्टी के नेताओं-मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और संजय सिंह को ईमानदारी का प्रमाणपत्र देते थे, लेकिन अब तीनों नेता कथित भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)