नयी दिल्ली, 10 सितंबर मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने मंगलवार को वाहन विनिर्माताओं से विश्वस्तरीय उद्योग बनाने के लिए शोध एवं विकास (आरएंडडी) में निवेश करने को कहा।
उन्होंने सियाम के वार्षिक सम्मेलन में उत्पादों की वैश्विक एनसीएपी (नयी कार मूल्यांकन कार्यक्रम) रेटिंग में सुधार करने पर जोर दिया, ताकि निर्यात को और बढ़ावा मिले।
नागेश्वरन ने कहा कि आमतौर पर, भारत में अर्थव्यवस्था में कुल शोध एवं विकास खर्च का लगभग एक-तिहाई योगदान निजी क्षेत्र करता है, जबकि बाकी दो-तिहाई सरकार से आता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अध्ययन से पता चलता है कि ऐसा आरएंडडी खर्च के लिए सरकारी समर्थन की कमी के कारण नहीं है, बल्कि यह बहुत लंबे समय तक सोचने की हमारी क्षमता पर भी निर्भर करता है... आरएंडडी को व्यय के बजाय निवेश के रूप में देखना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि वाहन विनिर्माताओं को सार्वजनिक परिवहन को प्रतिस्पर्धा के रूप में नहीं बल्कि पूरक के रूप में देखना चाहिए।
नागेश्वरन ने भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच यह काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)