Nepal Plane Crash: विमान में आग लगने से पहले अलग हुआ कॉकपिट, चमत्कारिक रूप से बची पायलट की जान : रिपोर्ट
Rescue of Captain Manish Shakya | : X @AmmyBhardwaj

काठमांडू, 25 जुलाई : नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में एक मात्र जिंदा बचा व्यक्ति विमान के पायलट कैप्टन मनीष राज शाक्य हैं जो विमान में आग लगने से पहले चमत्कारिक रूप से कॉकपिट के अलग होने से सुरक्षित निकलने में सक्षम हुए. मीडिया में बृहस्पतिवार को छपी खबरों में यह जानकारी दी गई. नेपाल में उड़ान के बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में सवार 18 लोगों की मौत हो गई. सौर्य एयरलाइंस के बॉम्बार्डियर सीआरजे-200 विमान में बुधवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद आग लग गई. इसमें दो चालक दल के सदस्य, एयरलाइन के तकनीकी कर्मचारी और एक बच्चा और उसकी मां सहित 19 लोग सवार थे. विमान ने नियमित मरम्मत सेवा के लिए पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी. अधिकारियों ने बताया कि 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ा.

हवाई अड्डे के सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि जब विमान रनवे से फिसलकर कंटेनर से टकराया तो कॉकपिट का अगला हिस्सा उसमें फंस गया जबकि विमान का बाकी हिस्सा जमीन के दूसरी ओर जाकर गिर गया. टीआईए सुरक्षा कार्यालय के प्रमुख और उप महानिरीक्षक राम दत्त जोशी ने बताया कि कैप्टन शाक्य (37) को हवाई अड्डा परिसर के भीतर मौजूद कंटनेर से बचाया गया. द राइजिंग नेपाल’ अखबार ने डीआईजी जोशी को उद्धृत किया, ‘‘हमने कंटेनर के अंदर से कैप्टन शाक्य को बचा लिया.’’ उन्होंने बताया कि चिकित्सक उनके दिमाग में लगी चोटों की जांच कर रहे हैं. इस समय काठमांडू चिकित्सा महाविद्यालय (केएमसी) में उनका इलाज चल रहा है. घायल शाक्य का उपचार कर रहे चिकित्सकों के मुताबिक उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों में चोट और रीढ़ की हड्डी के दो स्थानों से टूटने से गंभीर खतरा नहीं है लेकिन उनके दिमाग में लगी चोटों की जांच की जा रही है. यह भी पढ़ें : Nepal Plane Crash: नेपाल विमान दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत, सिर्फ पायलट की बची जान; जानें कैसे हुआ हादसा?

न्यूरोसर्जन डॉ.अमित थापा ने बताया कि वह शाक्य के दिमाग की एमआरआई रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकते हैं. चिकित्सकों ने बताया कि कैप्टन शाक्य की सेहत में बुधवार के मुकाबले बृहस्पतिवार को सुधार देखने को मिला. उन्होंने बताया कि ‘वह खतरे से बाहर’ हैं और बातचीत कर सकते हैं. वह तरल भोजन ले रहे हैं. केएमसी के सूत्रों ने बताया कि कैप्टन शाक्य आग से झुलसे नहीं है लेकिन उन्हें कई अंदुरुनी चोटें आई हैं और चिकित्सक उनकी टूटी हड्डियों की सर्जरी करने की तैयारी कर रहे हैं. विमान हादसे में मारे गए 18 लोगों को श्रद्धाजंलि देने के लिए नेपाल सरकार ने बृहस्पतिवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.