बुडापेस्ट: भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा रविवार को विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में जब उतरेंगे तब उनकी कोशिश स्वर्ण पदक जीत कर इस टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ करने के साथ भारत के निराशाजनक अभियान को सकारात्मक तरीके से खत्म करने की होगी. पिछले सत्र के रजत पदक विजेता चोपड़ा ने क्वालीफिकेशन में 88.77 के प्रयास के साथ फाइनल और पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का किया.
यह मौजूदा सत्र का उनका सर्वश्रेष्ठ और करियर का चौथा सर्वश्रेष्ठ थ्रो था. इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछले साल डायमंड लीग चैंपियन बनने के अलावा ओलंपिक (2021 में तोक्यो), एशियाई खेल (2018) और राष्ट्रमंडल खेल (2018) में स्वर्ण पदक जीते हैं. IBSA World Games: भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने जीता गोल्ड, फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया
चोपड़ा अपने पहले प्रयास में बड़ा थ्रो फेंकना पसंद करते हैं और क्वालीफिकेशन के बाद अब रविवार को फाइनल में भी उनसे ऐसी ही उम्मीद है. चोपड़ा ने बीते साल अमेरिका में हुए इसके पिछले सत्र के क्वालिफिकेशन राउंड में 88.39 मीटर की दूसरी हासिल की थी. वह हालांकि फाइनल में 89.91 मीटर के प्रयास के साथ ग्रेनाडा के चैंपियन एंडरसन पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे.
चोपड़ा ने मौजूदा सत्र में केवल दो शीर्ष प्रतियोगिताओं (दोहा और लुसाने डायमंड लीग मीटिंग) में भाग लिया है और दोनों में खिताब जीता है, लेकिन शुक्रवार को यहां उनके शीर्ष श्रेणी के थ्रो ने दिखाया कि वह शानदार फॉर्म और लय में हैं, और पहली बार विश्व चैम्पियनशिप का पीला तमगा हासिल करने के लिए अच्छी स्थिति में है.
फाइनल में गत चैंपियन पीटर्स की अनुपस्थिति भी चोपड़ा का काम थोड़ा आसान होगा. पीटर्स पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रहे है और क्वालीफिकेशन में 80 मीटर की दूरी भी तय नहीं कर सके. चोपड़ा को ऐसे में चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच और जर्मनी के जूलियन वेबर के साथ पाकिस्तान के नदीम से कड़ी चुनौती मिलेगी.
बत्तीस साल के वडलेज ने तोक्यो ओलंपिक और 2022 विश्व चैंपियनशिप में रजत और कांस्य जीता था. उन्होंने इस सत्र में 89.51 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. चोपड़ा ने हालांकि दोहा और लुसाने डायमंड लीग में वाडलेच और वेबर दोनों को हराया है.
इस प्रतियोगिता में पाकिस्तान के अरशद नदीम भी स्वर्ण के दावेदार बन कर उभरे है. नदीम पे पिछले साल बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में 90 मीटर से अधिक थ्रो के साथ पीटर्स को हराकर स्वर्ण पदक जीता था. यहां क्वालीफिकेशन में वह 86.79 मीटर के सर्वश्रेष्ठ के साथ चोपड़ा के बाद दूसरे स्थान थे.
पाकिस्तान का यह 26 साल का खिलाड़ी चोट से वापसी कर रहा लेकिन वह भाला को 90 मीटर तक पहुंचने की दौड़ में चोपड़ा से आगे है. चोपड़ा ने अभी तक 90 मीटर की दूरी हासिल करने में सफल नहीं रहे है. भारतीय ओलंपिक चैंपियन ने हालांकि 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों से शुरू होने वाली सभी स्पर्धाओं में पाकिस्तान के इस खिलाड़ी को पछाड़ा है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)