नयी दिल्ली, नौ सितंबर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘‘जल-थल’’ अभियानों के लिए एक संयुक्त सिद्धांत जारी किया।
‘चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी’ (सीओएससी) की बैठक में जारी किया गया यह सिद्धांत ऐसे समय में आया है, जब सरकार महत्वाकांक्षी ‘थियेटराइजेशन’ परियोजना को लागू करने पर विचार कर रही है।
यह महत्वपूर्ण दस्तावेज साइबर क्षेत्र परिचालन के लिए संयुक्त सिद्धांत प्रस्तुत किये जाने के लगभग तीन महीने बाद जारी किया गया। इसका उद्देश्य साइबर क्षेत्र अभियानों के संचालन में सैन्य कमांडरों का मार्गदर्शन करना है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) की बैठक के दौरान जल-थल अभियानों के लिए संयुक्त सिद्धांत जारी किया।’’
उसने कहा, ‘‘यह सिद्धांत एक प्रमुख दस्तावेज है जो कमांडरों को वर्तमान समय के जटिल सैन्य वातावरण में जल-थल अभियानों के संचालन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा।’’
जल-थल क्षमता सशस्त्र बलों को युद्ध और शांति, दोनों के दौरान हिंद महासागर क्षेत्र में कई तरह के सैन्य अभियान संचालित करने की शक्ति प्रदान करती है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ये सैन्य अभियान बहु-क्षेत्रीय सैन्य परिचालनों का एक महत्वपूर्ण घटक हैं और सशस्त्र बलों के बीच सामंजस्य और एकीकरण के सबसे अच्छा उदाहरण हैं।’’
यह सामान्य रूप से सशस्त्र बलों की संयुक्तता और एकीकरण तथा विशेष रूप से जल-थल सैन्य अभियान पर समुचित ध्यान केंद्रित करता है।
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