नयी दिल्ली, 13 जून : दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले साल मानसून के मौसम में दिल्ली में मच्छरों से होने वाले डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे रोगों के मामलों में 2022 की अपेक्षा लगभग 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस रिपोर्ट में आगामी मानसून के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए निगम की कार्य योजना का भी जिक्र किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार 2020 से पिछले चार साल में घरों के निरीक्षण के दौरान मिले मच्छरों के प्रजनन की संख्या में वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में इस साल 27 जून के आसपास मानसून आने की उम्मीद है.
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 2023 में घरों में मच्छरों के प्रजनन के 3,25,875 मामले दर्ज किए गए जो 2022 में 1,71,931 से लगभग 90 प्रतिशत अधिक है. 2022 में घरों में मच्छरों के प्रजनन के मामलों में 24,000 से अधिक मामलों की गिरावट दर्ज की गयी थी. 2021 में, दिल्ली में ऐसे 1,96,303 मामले दर्ज किए गए थे वहीं 2020 में इनकी संख्या 1,09,550 थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि नगर निगम द्वारा मच्छरों के प्रजनन वाले घरों के मालिकों को जारी किए गए कानूनी नोटिसों की संख्या 2022 में 1,22,282 थी जो 2023 में बढ़कर 1,72,481 हो गई. इस प्रकार एक साल में 41 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. यह भी पढ़ें : राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा
वर्ष 2023 में एमसीडी (मलेरिया और मच्छर जनित अन्य रोग) उपनियम 1975 के उल्लंघन के लिए 74,342 लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाया गया जबकि 2022 में 45,934 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई. 2021 में यह संख्या 27,427 थी.
नगर निगम ने पिछले साल अगस्त से मामलों की संख्या, डेंगू से होने वाली मौतों और ऐसे रोगों की स्थिति पर अपना साप्ताहिक आंकड़ा जारी नहीं किया है