एडिलेड, दो दिसंबर: ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रैविस हेड को लगता है कि जसप्रीत बुमराह इस खेल के महानतम तेज गेंदबाजों में से एक के रूप में जाने जाएंगे और उन्होंने कहा कि वह बड़े गर्व से अपने पोते-पोतियों को भारतीय तेज गेंदबाज का सामना करने की कठिन चुनौती के बारे में बताएंगे.
बुमराह ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया जिससे भारत यह मैच 295 रन से जीतने में सफल रहा. यह भी पढें: WI vs BAN 2nd Test 2024 Day 3 Preview: तीसरे दिन वेस्टइंडीज की नजरें बड़े स्कोर पर रहेगी, बांग्लादेश को करनी होगी अच्छी गेंदबाजी, यहां जानें पिच रिपोर्ट, मिनी बैटल और स्ट्रीमिंग की जानकारी
हेड ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जसप्रीत को शायद इस खेल को खेलने वाले सबसे महान तेज गेंदबाजों में से एक के रूप में जाना जाएगा. अभी हम यह पता लग रहे हैं कि वह हमारे लिए कितना चुनौती पूर्ण हो सकता है. उसके खिलाफ खेलना अच्छा है.’’
उन्होंने कहा,‘‘जब मैं भविष्य में अपने करियर पर नजर डालूंगा तो बड़े गर्व से अपने पोते पोतियों को बताऊंगा कि मैंने उनका सामना किया था. इसलिए उनके खिलाफ खेलना बुरा नहीं है. उम्मीद है मुझे आगे भी उनके खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा लेकिन उनका सामना करना चुनौती पूर्ण है.’’
हेड पर्थ में अर्धशतक बनाने वाले एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज थे। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन मध्यक्रम के इस विस्फोटक बल्लेबाज को यकीन है कि उनके साथी टिप्स के लिए उनसे संपर्क नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा,‘‘यह निश्चित है कि वे मुझसे बल्लेबाजी के टिप्स नहीं लेंगे. प्रत्येक खिलाड़ी का खेलने काअपना तरीका होता है.’’
दोनों टीमें अब शुक्रवार से एडिलेड में उसी स्थान पर गुलाबी गेंद का टेस्ट खेलेंगी जहां भारत 2020 में 36 रन पर आउट हो गया था. हेड ने उस मैच को याद करते हुए कहा, ‘‘मुझे याद है कि वह मैच जल्दी समाप्त हो गया था। हमने उस मैच का भरपूर आनंद लिया था. फिर से ऐसा करना अच्छा होगा लेकिन मुझे नहीं लगता कि अगले मैच में ऐसा होगा.’’
हेड ने इसके साथ ही कहा कि ऑस्ट्रेलिया की संघर्षरत बल्लेबाजी और गेंदबाजी इकाई के बीच किसी तरह का मतभेद नहीं है। पहले टेस्ट के दौरान जोश हेज़लवुड की एक टिप्पणी के बाद टीम के भीतर संभावित मतभेद की आशंका व्यक्त की जाने लगी थी.
उन्होंने कहा,‘‘हमें दोनों विभाग (बल्लेबाजी और गेंदबाजी) से काफी उम्मीदें हैं और यह एक बहुत ही व्यक्तिगत खेल है. बल्लेबाजी में हम मजबूत पकड़ बनाना चाहते हैं और हम जानते हैं कि हमारे गेंदबाजों ने अतीत में कितना अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने हमें कई बार परेशानियों से बाहर निकाला है.’’
हेड को पूरा विश्वास है कि पहले टेस्ट में करारी हार के बावजूद उनकी टीम वापसी करने में सफल रहेगी. उन्होंने कहा,‘‘हमारी टीम प्रतिकूल परिस्थितियों से अच्छी तरह से निपटी है. पिछले तीन या चार वर्षों में हमने हर चुनौती का अच्छी तरह से सामना किया है. पिछले कुछ वर्षों में कई टीम ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद अच्छी वापसी की और वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया.’’
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