वाशिंगटन, 17 अगस्त : अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से अफगानिस्तान में पैदा हुई अराजकता की स्थिति को लेकर सोमवार को बातचीत की. इस बीच, एक शीर्ष अमेरिकी सीनेटर ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से अपील की कि वह पाकिस्तान और चीन से तालिबान सरकार को मान्यता नहीं देने की अपील करें. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ब्लिंकन दुनियाभर के अपने कई समकक्षों से इस विषय पर बात कर रहे हैं और इसी के तहत उन्होंने कुरैशी से बातचीत की. उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि फोन पर दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई.
प्राइस ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से आज (सोमवार को) फोन पर बात की. विदेश मंत्री ब्लिंकन और विदेश मंत्री कुरैशी ने अफगानिस्तान और वहां बदल रहे हालात पर चर्चा की.’’ अफगानिस्तान में अमेरिका समर्थित सरकार के गिर जाने और देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद रविवार को तालिबान के लड़ाके काबुल में घुस गए. इसके साथ ही दो दशक लंबे उस अभियान का आश्चर्यजनक अंत हो गया जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने देश में बदलाव लाने की कोशिश की थी. यह भी पढ़ें : Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान मामले पर अमेरिका ने रूस और चीन से किया संपर्क
इस बीच, अमेरिकी सांसद लिंडसे ग्राहम ने ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए साक्षात्कार में बाइडन से अपील की कि वह पाकिस्तान एवं चीन से अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता नहीं देने के लिए कहें. उन्होंने कहा, ‘‘जरूरी बात यह है कि यदि हम दुनिया को इस सत्ता को मान्यता नहीं देने के लिए कहते हैं तो हम तालिबान के खतरे को काबू कर सकते हैं.’’ ग्राहम ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि राष्ट्रपति बाडइन पाकिस्तान और चीन से कहें कि यदि आप तालिबान को मान्यता देते हैं, तो आप ऐसे आतकंवादी संगठन को मान्यता देंगे, जिसके हाथ अमेरिकियों के खून से सने हैं और हम आपको जवाबदेह ठहराएंगे.’’